Imran Khan Death Rumors Pakistan: पाकिस्तान की सियासत में उस वक्त भूचाल आ गया, जब अदियाला जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की मौत का दावा किया जाने लगा। पिछले तीन साल से जेल में कैद इमरान के परिवार ने आरोप लगाया है कि जेल प्रशासन उन्हें मिलने नहीं दे रहा है, जिसके बाद उन्होंने जेल के भीतर ही उनकी हत्या किए जाने का गंभीर आरोप लगाया है।
बेटे कासिम खान का दर्द और सरकार पर सवाल
इमरान खान के बेटे कासिम खान ने 27 नवंबर को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर अपने पिता की तस्वीर के साथ एक भावुक पोस्ट किया। कासिम ने लिखा कि तमाम अदालती आदेशों के बावजूद उनके पिता को बुनियादी अधिकार नहीं दिए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि उनकी बहनों को भी मिलने नहीं दिया गया, न कोई फोन कॉल हुई और न ही उनके जिंदा होने का कोई सबूत मिला है।
कासिम ने पाकिस्तान सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि यह ‘ब्लैकआउट’ कोई सुरक्षा प्रोटोकॉल नहीं, बल्कि उनके पिता की हालत को छिपाने और परिवार को सच्चाई जानने से रोकने की एक जानबूझकर की गई कोशिश है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार को उनके पिता की सुरक्षा और इस अमानवीय स्थिति के नतीजों के लिए कानूनी, नैतिक और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जवाबदेह ठहराया जाएगा। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं से भी इस मामले में दखल देने का अनुरोध किया है।
पीटीआई समर्थकों का हंगामा और पुलिस कार्रवाई
इमरान की मौत की अफवाह फैलते ही उनके हजारों समर्थक और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सदस्य अदियाला जेल के बाहर जमा हो गए। इमरान की तीन बहनें—नूरीन खान, अलीमा खान और उज्मा खान—भी वहां पहुंचीं। उन्होंने आरोप लगाया कि शांतिपूर्ण विरोध के दौरान पंजाब पुलिस ने उन्हें बेरहमी से पीटा। बहनों का कहना है कि वे तीन हफ्ते से ज्यादा समय से अपने भाई से मिलने की अनुमति मांग रही हैं, लेकिन उन्हें रोका जा रहा है।
पार्टी का दावा और सरकार की सफाई
पीटीआई की ओर से दावा किया जा रहा है कि 4 नवंबर के बाद से किसी ने भी इमरान खान को नहीं देखा है। पार्टी नेता जुल्फी बुखारी ने कहा कि जेल मैनुअल के तहत होने वाली हर हफ्ते की मुलाकात बिना किसी वजह के रोक दी गई है। खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी को भी मिलने नहीं दिया गया।
वहीं, अदियाला जेल प्रशासन ने इन आरोपों को गलत बताया है। अधिकारियों का कहना है कि इमरान खान पूरी तरह स्वस्थ हैं और मुलाकात रोकने के आरोपों का कोई आधार नहीं है। पाकिस्तान सरकार के सलाहकार राणा सनाउल्लाह ने भी एक इंटरव्यू में कहा कि पूर्व पीएम पूरी तरह ठीक हैं। हालांकि, परिवार को लगातार मिलने से रोके जाने के कारण शक गहराता जा रहा है।
जानें पूरा मामला
इमरान खान की मौत की अफवाह पहली बार नहीं उड़ी है। इससे पहले मई में भी पाकिस्तान सरकार के विदेश मंत्रालय के लेटरहेड वाला एक फर्जी डॉक्यूमेंट वायरल हुआ था, जिसमें उनकी मौत का दावा किया गया था। ताजा अफवाह की शुरुआत ‘अफगानिस्तान टाइम्स’ नाम के एक एक्स अकाउंट से हुई, जिसने दावा किया कि इमरान को रहस्यमय तरीके से मार दिया गया है। हालांकि, सरकार ने इन सभी दावों को खारिज कर दिया है, लेकिन कोर्ट के आदेश के बावजूद परिवार को मिलने न देने पर सवाल उठ रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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इमरान खान के परिवार ने जेल में उनकी हत्या का आरोप लगाया है।
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बेटे कासिम खान ने कहा कि अदालती आदेशों के बावजूद उन्हें पिता से मिलने नहीं दिया जा रहा।
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पीटीआई का दावा है कि 4 नवंबर के बाद से किसी ने इमरान को नहीं देखा है।
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सरकार और जेल प्रशासन ने मौत के दावों को खारिज करते हुए कहा कि इमरान स्वस्थ हैं।
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इमरान की बहनों ने जेल के बाहर शांतिपूर्ण विरोध के दौरान पुलिस पर पिटाई का आरोप लगाया है।






