Imran Khan News: पाकिस्तान में एक बार फिर सियासी और सुरक्षा का माहौल गरमा गया है। पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के प्रमुख इमरान खान की जान जाने की अटकलें तेजी से फैल रही हैं। इन अफवाहों ने उनके समर्थकों के बीच गुस्से की आग भड़का दी है। आदियाला जेल के बाहर, जहां इमरान खान बंद हैं, उनके समर्थकों का प्रदर्शन लगातार जारी है। स्थिति को बिगड़ता देख पाकिस्तान सरकार ने सेना का गढ़ माने जाने वाले रावलपिंडी शहर में धारा 144 लागू कर दी है और पूरे शहर को एक तरह से छावनी में तब्दील कर दिया है।
इमरान खान के परिजनों को उनसे मिलने की इजाजत नहीं दी जा रही है, जिससे समर्थकों का शक और गुस्सा बढ़ता जा रहा है। प्रदर्शनकारी लगातार सवाल उठा रहे हैं कि आखिर इमरान खान कहां हैं और उनकी बहन को उनसे मिलने क्यों नहीं दिया जा रहा? क्या शहबाज सरकार कोई गहरी साजिश रच रही है या इमरान खान को फंसाने की कोशिश हो रही है? सबसे बड़ा सवाल जो सबके जेहन में है- क्या इमरान खान वाकई जिंदा हैं?
रावलपिंडी में सेना ने संभाला मोर्चा, 3 दिसंबर तक कर्फ्यू
इन बढ़ते सवालों और हिंसक प्रदर्शनों की आशंका के बीच रावलपिंडी प्रशासन ने कड़े कदम उठाए हैं। रावलपिंडी के डिप्टी कमिश्नर डॉ. हसन वकार चीमा ने ‘कोर्ट ऑफ क्रिमिनल प्रोसीजर अधिनियम 2024’ के तहत शहर में धारा 144 लागू करने का फैसला लिया है। यह निषेधाज्ञा तीन दिनों के लिए, यानी 3 दिसंबर तक लागू रहेगी।
प्रशासन ने सार्वजनिक सुरक्षा और शांति बनाए रखने का हवाला देते हुए भारी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने, पार्टी, धरना, जुलूस या किसी भी तरह के विरोध प्रदर्शन पर पूरी तरह रोक लगा दी है। शहर में लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर भी पाबंदी है। इसके अलावा, रावलपिंडी में कीलें, डंडे, पेट्रोल बम या अन्य विस्फोटक सामग्री लेकर घूमने पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन का मानना है कि इससे हंगामा और हिंसा का खतरा बढ़ सकता है। भड़काऊ भाषण देने वालों पर भी सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।
इमरान के बेटे ने मांगे पिता के जिंदा होने के सबूत
इमरान खान को अगस्त 2023 में जेल में डाला गया था। पिछले एक महीने से किसी को भी उनसे मिलने नहीं दिया गया है, जिससे उनकी सुरक्षा को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि पाक सेना ने जेल के अंदर ही इमरान खान के खिलाफ कोई साजिश रची है और उनकी जान ले ली गई है। हालांकि, पाकिस्तान सरकार इन दावों को अफवाह बताकर खारिज कर रही है, लेकिन इमरान खान के बेटे ने अपने पिता के जिंदा होने के सबूत मांगे हैं।
इन हालात ने पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। इमरान समर्थकों के सड़कों पर उतरने से सेना भी दबाव में है और सरकार के पसीने छूट रहे हैं। रावलपिंडी में सेना ने मोर्चा संभाल रखा है और अगर पुलिस ट्रैफिक की आवाजाही को लेकर कोई प्रतिबंध लगाती है, तो उसका पालन करना अनिवार्य होगा।
मुख्य बातें (Key Points)
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पाकिस्तान में इमरान खान की जान जाने की अटकलों से तनाव बढ़ा।
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आदियाला जेल के बाहर समर्थकों का प्रदर्शन जारी, परिजनों को मिलने की इजाजत नहीं।
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रावलपिंडी में हिंसक प्रदर्शन के डर से 3 दिसंबर तक धारा 144 लागू।
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शहर में जुलूस, धरना और लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक।
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इमरान के बेटे ने मांगे पिता के जिंदा होने के सबूत, सरकार ने अफवाहों को खारिज किया।






