नई दिल्ली, 14 सितंबर,(The News Air): रूस-यूक्रेन युद्ध खत्म होने के आखिरकार अब संकेत मिलने लगे हैं। रूस यूक्रेन युद्ध रोकने के लिए बातचीत चाहता है। रूस ने यह बात भारत, ब्राजील और चीन से कही है। रूस ने बातचीत के लिए कुछ शर्तें रखी हैं। रूस चाहता है कि यूक्रेन NATO में शामिल न हो। रूस चाहता है कि यूक्रेन तटस्थ रहे। रूस यह भी चाहता है कि यूक्रेन अपने कुछ इलाकों को रूसी क्षेत्र मान ले।
भारत, ब्राजील और चीन को बताईं अपनी शर्तें
रूस ने बातचीत की यह पेशकश अपने रणनीतिक साझेदारों भारत, ब्राजील और चीन के साथ साझा की है। रूस का कहना है कि अगर यूक्रेन इन शर्तों को मान लेता है तो वह बातचीत के लिए तैयार है।
रूस ने बातचीत के लिए रखी हैं ये शर्तें
- पहली शर्त यह है कि यूक्रेन भविष्य में तटस्थ, गुटनिरपेक्ष और परमाणु हथियारों से मुक्त देश रहे।
- दूसरी शर्त यह है कि यूक्रेन अपने यहां से सेना हटा ले।
- तीसरी शर्त यह है कि यूक्रेन लुहान्स्क, दोनेत्स्क, खेरसॉन और ज़ापोरिज्जिया को रूसी क्षेत्र के रूप में मान्यता दे।
- चौथी शर्त यह है कि क्रीमिया और सेवस्तोपोल की स्थिति को अंतरराष्ट्रीय संधियों में मान्यता दी जाए।
- पांचवीं और आखिरी शर्त यह है कि रूस पर लगे सभी पश्चिमी प्रतिबंध हटा लिए जाएं।
अगर शर्तें मानी तो युद्ध रोक देगा रूस
रूस का कहना है कि अगर यूक्रेन इन शर्तों को मान लेता है तो वह युद्ध रोक देगा और बातचीत शुरू कर देगा। रूस ने यह भी कहा है कि वह यूक्रेनी सैनिकों की सुरक्षित वापसी की गारंटी देगा। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने पिछले हफ्ते कहा था कि वह भारत, ब्राजील और चीन के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा था कि ये देश रूस-यूक्रेन युद्ध को सुलझाने के लिए ईमानदारी से कोशिश कर रहे हैं। रूस की इस पेशकश पर भारत, ब्राजील और चीन की क्या प्रतिक्रिया है, यह अभी स्पष्ट नहीं है।