मुंबई, 3 अप्रैल (The News Air): बॉलीवडु के हीरो नंबर-1 गाेविंदा ने 28 मार्च को सीएम एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना का दामन थामा था। तब गोविंदा के मुंबई की नार्थ वेस्ट सीट से लड़ने की अटकलें सामने आई थीं। गोविंदा के शिवसेना में आने के बाद भी अभी तक पार्टी ने मुंबई नार्थ वेस्ट से कैंडिडेट के नाम का ऐलान नहीं किया है, जब राज्य में MVA की तरफ से शिवसेना (यूबीटी) ने इस सीट से अमोल कीर्तिकर का नाम घोषित कर दिया है। उद्धव ठाकरे ने कांग्रेस नेता संजय निरुपम के कड़े विरोध के बाद भी अमोल कीर्तिकर की उम्मीदवारी कायम रखी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सीएम शिंदे मुंबई नार्थ वेस्ट सीट पर मराठी दांव खेलना चाहते हैं। इसके चलते उनकी पहली च्वाइस मराठी एक्टर की है। वे मुंबई नार्थ वेस्ट सीट से मराठी अभिनेता शरद पोंक्षे को उतराना चाहते हैं।
शरद पोंक्षे लड़ सकते हैं चुनाव
मराठाी सिनेमा से जुड़े सूत्रों के अनुसार शिवसेना के प्रस्ताव पर शरद पोंक्षे ने चुनाव लड़ने में दिलचस्पी दिखाई है। अगले दो से तीन दिनों में सीएम शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना की तरफ से ऐलान हो सकता है। शरद पोंक्षे मुख्य तौर पर एक मराठी अभिनेता हैं, हालांकि उन्हें कुछ काम हिंदी में भी किया है। वह मुख्यतौर पर मराठी फिल्म, थिएटर और टेलीविजन में एक वक्ता और अभिनेता हैं। 1998 में अपना करियर शुरू करने वाले शरद पोंक्षे को उनकी नाथूराम गाेडसे की भूमिका के लिए याद किया जाता है। Me Nathuram Godse Boltoy प्ले में उन्होंने यह भूमिका की थी। तब उन्हें यह भूमिका करने पर धमकियां भी मिली थीं। वे अब तक 1000 से अधिक बार इस प्ले में यह भूमिका कर चुके हैं।
सावरकर के हैं समर्थक
57 साल के शरद पोक्शें सावरकर समर्थक रुख के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने पूरी दुनिया में उनके बारे में भाषण दिया है। पोंक्शे को दिसंबर 2018 में कैंसर का पता चला और उनकी कीमोथेरेपी हुई। इसके बाद वह 2019 में हिमालयाची सावली नाटक के साथ मंच पर लौटे थे। अगर शिवसेना की तरफ से मुंबई नार्थ वेस्ट सीट पर उम्मीदवारी की घोषणा होती है तो मुंबई नार्थ वेस्ट सीट पर कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। यह सीट महायुति में सीएम शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना को मिली है।
कांग्रेस और शिवसेना का होल्ड
इस सीट पर कांग्रेस और शिवसेना का होल्ड रहा है। राम जेठमलानी, सुनील दत्त, प्रिया दत्ता और गुरुदास कामत सांसद रह चुके हैं। 2014 में यहां से अविभाजिक शिवसेना से गजानंद कीर्तिकर ने जीत हासिल थी। इस बार उन्होंने चुनाव लड़ने से मना किया है। ऐसे में उद्धव ठाकरे की तरफ से उनके बेटे को टिकट दिया गया है। शिवसेना ने अभी तक इस सीट पर चार बार जीत हासिल की है। कांग्रेस पार्टी ने नौ बार सजीत हासिल की है। बीजेपी अपने सिंबल पर इस सीट पर कभी भी नहीं जीती है।