ब्रिटेन के सबसे अमीर परिवारों में से एक, हिंदुजा परिवार हाल ही में मानव तस्करी के गंभीर आरोपों से जूझ रहा था। स्विट्जरलैंड के निचली अदालत ने उन्हें साढ़े चार साल की सजा सुनाई, लेकिन अपीलीय अदालत ने उन्हें तुरंत बरी कर दिया। आइए जानते हैं इस मामले के मुख्य बिंदु।
- परिवार की पहचान: हिंदुजा परिवार के मुखिया प्रकाश हिंदुजा, उनकी पत्नी कमल हिंदुजा, और उनके बेटे व बहू पर थे आरोप।
- आरोपों का विवरण: परिवार पर लेबर एक्सप्लोइटेशन और मानव तस्करी के गंभीर आरोप लगे थे।
- विक्टिम्स के दावे: विक्टिम्स के वकीलों का कहना था कि नौकरों को 15-18 घंटे लगातार काम करना पड़ता था।
- पासपोर्ट जब्ती: नौकरों के पासपोर्ट जब्त कर लिए गए थे, जिससे उनकी आजादी पर प्रश्नचिह्न उठता है।
- वेतन विवाद: नौकरों को स्विस कानून के अनुसार निर्धारित वेतन का केवल 1/10वां हिस्सा दिया जाता था।
- जीवन स्थितियाँ: नौकरों को उचित भोजन नहीं दिया जाता था और छुट्टियाँ भी नहीं मिलती थीं।
- डर का माहौल: नौकरों में कमल हिंदुजा के डर का जिक्र किया गया था।
- वेतन भुगतान मोड: कुछ नौकरों को हिंदी बोलने की क्षमता के बावजूद, भारतीय बैंकों में रुपयों में वेतन दिया जाता था, जिसे वे एक्सेस नहीं कर सकते थे।
- सजा और बरीकी: निचली अदालत ने परिवार को सजा सुनाई, लेकिन उच्च न्यायालय ने एक दिन में ही बरी कर दिया।
- आरोप वापसी: अंततः सभी कम्प्लेनेंट्स ने अपने आरोप वापस ले लिए, जिससे परिवार बरी हो गया।