पश्चिम बंगाल में उच्च माध्यमिक ( Higher secondary) की परीक्षा के मद्देनजर काउंसिल ने एक विशेष अधिसूचना जारी की. उच्च माध्यमिक शिक्षा पर्षद के अध्यक्ष डॉ चिरंजीव भट्टाचार्य द्वारा जारी सूचना में कहा गया है कि पेपर लीक की घटना रोकने के लिए कड़े कदम उठाये जा रहे हैं. उच्च माध्यमिक के हर प्रश्नपत्र में सुरक्षा के मद्देनजर यूनिक सीरियल नंबर दिया जायेगा. सभी सेंटर इंचार्ज, सेंटर सचिव, वैन्यू सुपरवाइजर व इनविजिलेटर्स को आगाह किया गया है कि वे इस बारे में छात्रों को जागरूक करें और उन्हें पहले से ही इसके बारे में बता कर रखें.
हर प्रश्नपत्र में होगा यूनिक सीरियल नंबर
परीक्षा शुरू होने के साथ ही उनके पेपर पर एक सीरियल नंबर दिया हुआ होगा. उनके आंसर स्क्रिप्ट पर भी उन्हें अपने प्रश्नपत्र का यूनिक सीरियल नंबर देकर रखना होगा. उन्हें अलोट किया गया सीरियल नंबर नोट करके लिखना ही होगा. उनकी उत्तर-पुस्तिका को चेक करने का भी निर्देश दिया गया है. इस विषय में बंगीय शिक्षा ओ शिक्षक कर्मी समिति के महासचिव का कहना है कि माध्यमिक बोर्ड में भी कड़ी सुरक्षा के बावजूद पेपर वायरल हो रहा है. अब एचएस काउंसिल ने कड़े कदम उठाये हैं. सबसे जरूरी है कि गेट पर ही यह चेक किया जाये कि कोई भी मोबाइल के साथ प्रवेश न कर पाये. इस पर कड़ी निगरानी होनी चाहिए.
माध्यमिक परीक्षा देने से रोकने पर पिता के खिलाफ थाने पहुंची छात्रा
माध्यमिक परीक्षा देने से रोकने पर इमामनगर हाइस्कूल की एक छात्रा ने अपने पिता के खिलाफ थाने में रिपोर्ट दर्ज करवायी. वह फरक्का के अर्जुनपुर हाइस्कूल में अपनी माध्यमिक परीक्षा देने के लिए पहुंची थी. माध्यमिक परीक्षा शुरू होने के बाद उसके परिवार में उथल-पुथल शुरू हो गयी. छात्रा की मां ने शिकायत की है कि उसके पति रफीकुल शेख उसकी बेटी को माध्यमिक परीक्षा में बैठने नहीं दे रहा है. घटना मुर्शिदाबाद के इमामनगर में हुई. कथित तौर पर उसके पिता माध्यमिक परीक्षा के लिए बेटी तहरीमा खातून को रोक रहे हैं.
छात्रा के घर में मचा हंगामा
पिछले कुछ दिनों से छात्रा के घर में काफी अशांति चल रही है. यहां तक कि कथित तौर पर उसकी पिटाई भी की गयी. आखिरकार छात्रा ने थाने जाकर अपने पिता के खिलाफ शिकायत दर्ज करायी. फरक्का थाने के आइसी देबब्रत चक्रवर्ती ने यह शिकायत मिलने के बाद तुरंत कार्रवाई की. वह खुद छात्रा को माध्यमिक परीक्षा दिलाने ले गये. इसके बाद स्कूल में छात्रा की परीक्षा ली गयी. रफीकुल के खिलाफ शिकायत है कि उसने अपनी बेटी का सेकेंडरी का एडमिट कार्ड छिपा दिया, ताकि वह परीक्षा में शामिल न हो सके. लेकिन किसी तरह तहरीमा को एडमिट कार्ड मिल गया और उसने परीक्षा दी.