नई दिल्ली,09 नवंबर (The News Air): अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव खत्म होने के साथ-साथ ही सोने की कीमतों में लाभ-हानि भी साफ दिखाई देने लगी है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार गत दिवस यानी शुक्रवार, 8 नवंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान घरेलू हाजिर सोने की कीमतें लगभग 3 प्रतिशत तक गिर गई। एमसीएक्स सोने ने गत सप्ताह 30 अक्तूबर को 79,775 रुपये प्रति 10 ग्राम के अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर को छुआ था। लेकिन वो ही एमसीएक्स सोना 8 नवंबर को, 5 दिसंबर के अनुबंध 77,292 रुपये पर बंद हुआ, जोकि अपने रिकॉर्ड उच्च स्तर से 3.11 प्रतिशत की गिरावट दर्ज करा रहा था।
सोने में 5 महीनों की अपनी सबसे तेज साप्ताहिक गिरावट
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिकी चुनाव के बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजारों में, सोना 5 महीनों की अपनी सबसे तेज साप्ताहिक गिरावट दर्ज करा रहा है, जोकि मजबूत डॉलर के दबाव में दिखाई दिया, क्योंकि निवेशक पहले ही डोनाल्ड ट्रम्प की जीत और अमेरिकी नीतियों और ब्याज दर के रुझानों पर इसके संभावित प्रभाव का मूल्यांकन लगा चुके थे। अमेरिकी फेड ने 7 नवंबर को दरों में 25 बीपीएस की कटौती की, जोकि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रम्प की 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में शानदार जीत के ठीक बाद की गई।
रिपोर्ट में बताया गया है कि भविष्य में भी दरों में कटौती अनिश्चित है, फेड द्वारा संकेत दिया गया कि यह डेटा पर निर्भर रहेगा, वहीं दूसरी ओर ट्रम्प की नीतियों के कारण मुद्रास्फीति बढ़ने का अनुमान है। जैसा कि ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट में बताया गया है, ट्रम्प ने सार्वजनिक रूप से फेड के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल की आलोचना करते हुए अपने पहले कार्यकाल के दौरान उन्हें हटाने की संभावना भी तलाशी है। इतना ही नहीं, ट्रम्प ने अपने इस कार्यकाल में अधिक आक्रामक टैरिफ लगाने, अप्रवास रोकने और टैक्स कटौती बढ़ाने का भी वादा किया है, जिससे कीमतों और दीर्घकालिक ब्याज दरों पर दबाव बढ़ सकता है और फेड दरों में और कटौती हो सकती है।