The News Air- चंडीगढ़- शहर के कई हेल्थ सेंटर्स की हेल्थ सेक्रेटरी ने सरप्राइज विजिट की थी। इसमें सेक्टर 16 का जीएमएसएच भी शामिल था। इसके बाद ही ट्रांसफर पॉलिसी पर विचार करने का फैसला लिया गया है।
चंडीगढ़ प्रशासन जल्द ही सालों से एक ही अस्पतालों और हेल्थ सेंटर्स में टिके स्वास्थ्य कर्मियों की ट्रांसफर कर सकता है। शहर के स्वास्थ्य सचिव यशपाल गर्ग ने ट्रांसफर पॉलिसी के संबंध में जानकारी मांगी है। यह कदम उन्होंने 16/17 मार्च की रात को शहर के अस्पतालों की सरप्राइज विजिट के दौरान पाई गई खामियों के बाद उठाया है। जानकारी में पता चला है कि ऐसे कई कर्मी हैं जो दशकों से एक ही जगह पर बने हुए हैं।
यशपाल गर्ग को अपनी विजिट में कई कर्मी ड्यूटी पर गायब, गप्पे मारते और सोते हुए मिले थे। मनीमाजरा हॉस्पिटल, सेक्टर 45 हॉस्पिटल, सेक्टर 22 हॉस्पिटल, सेक्टर 16 हॉस्पिटल, सेक्टर 32 हॉस्पिटल और सेक्टर 8 के हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में यह निरीक्षण किया गया था।
सालों से एक ही जगह टिके हैं कर्मी
3 केसों में पाया गया है कि हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर में कर्मी 12 वर्षों से ज्यादा समय से यहीं तैनात हैं। एक केस में कर्मी ने यहां 20 साल से लगा था और एक की तो 28 सालों से ट्रांसफर नहीं हुई। ऐसे में ट्रांसफर पॉलिसी मांगी गई है ताकि एक ही जगह पर पोस्टिंग को लेकर जारी निर्देशों की पालना हो सके। डीएचएस से यह रिपोर्ट मांगी गई है।
इससे पहले चंडीगढ़ का स्वास्थ्य विभाग पंजाब और हरियाणा के उन डॉक्टरों की सूची भी बना चुका है जो तय समय से ज्यादा यहां डेपुटेशन पर टिके हुए हैं। 7 सालों से 72 डॉक्टर्स यहां डेपुटेशन पर 7 सालों से ज्यादा समय से सेवाएं दे रहे हें। वहीं इनमें से 4 को 20 साल से ज्यादा हो गए थे। आमतौर पर डेपुटेशन अवधि 3 साल होती है।