• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 सोमवार, 8 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • काम की बातें
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home NEWS-TICKER

HC का बड़ा फैसला: Job Termination is like Death Penalty, सिर्फ Show Cause Notice नहीं चलेगा!

Rajasthan High Court ने सुनाया सख्त फैसला, नौकरी से निकाले गए कर्मचारी को बहाल करने का आदेश!

The News Air by The News Air
सोमवार, 12 मई 2025
A A
0
Rajasthan HC aid Termination In Service Law Like Capital Punishment
104
SHARES
695
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Job Termination Without Inquiry : राजस्थान हाई कोर्ट (Rajasthan High Court) ने एक सरकारी कर्मचारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए एक ऐतिहासिक टिप्पणी की है, जिसमें कोर्ट ने कहा है कि नौकरी से बर्खास्तगी मृत्युदंड (Death Penalty) के समान है और इसके लिए सिर्फ कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) देना पर्याप्त नहीं है। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि किसी भी कर्मचारी को सेवा से निकालने से पहले आरोप पत्र और अनुशासनात्मक जांच आवश्यक है, जिससे निर्दोष को सजा न मिले।

यह मामला एक शारीरिक प्रशिक्षण प्रशिक्षक (Physical Instructor) से जुड़ा है, जिसे नौकरी से यह कहते हुए बर्खास्त कर दिया गया कि उसने धोखाधड़ी से नौकरी प्राप्त की है। याचिकाकर्ता का तर्क था कि उसके खिलाफ न तो कोई आरोप पत्र (Charge Sheet) जारी किया गया, न ही कोई अनुशासनात्मक जांच (Disciplinary Inquiry) की गई। केवल कारण बताओ नोटिस के आधार पर उसकी सेवा समाप्त कर दी गई।

न्यायमूर्ति विनीत कुमार माथुर (Justice Vineet Kumar Mathur) की अदालत ने यह कहते हुए सेवा समाप्ति का आदेश रद्द कर दिया कि यह निर्णय न केवल प्रक्रिया के विपरीत है, बल्कि अत्यंत कठोर भी है। कोर्ट ने कहा कि बिना उचित जांच के कोई निष्कर्ष निकालकर सेवा समाप्त करना न्याय के साथ अन्याय है।

यह भी पढे़ं 👇

indigo

Indigo! हालत खराब होने पर बड़ा एक्शन, एयरपोर्ट ने जारी की नई ‘खतरनाक’ Advisory

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Gold Price Prediction

2026 में रॉकेट बनेगा सोना, Gold Price Prediction पर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट ने उड़ाए होश

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
8th Pay Commission News

8th Pay Commission News: क्या Basic Pay में मर्ज होगा DA? सरकार ने संसद में बताई सच्चाई

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Vikram Bhatt Arrest

Vikram Bhatt Arrest: 30 करोड़ की ठगी में पत्नी समेत गिरफ्तार, बॉलीवुड में हड़कंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025

याचिकाकर्ता की नियुक्ति वर्ष 2023 में हुई थी और 2024 में उसे कारण बताओ नोटिस जारी किया गया। राज्य सरकार ने याचिकाकर्ता के उत्तर से असंतुष्ट होकर उसकी सेवा समाप्त कर दी। राज्य का तर्क था कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान प्रस्तुत दस्तावेजों में विसंगतियां (Discrepancies) थीं और प्रारंभिक जांच (Preliminary Inquiry) में यह पाया गया कि नौकरी धोखाधड़ी से हासिल की गई थी।

हालांकि, कोर्ट ने यह माना कि याचिकाकर्ता को पर्याप्त अवसर नहीं दिया गया। कोर्ट ने यह भी देखा कि इसी प्रकार के अन्य मामलों में समन्वय पीठ (Coordination Bench) द्वारा समिति गठित की गई थी और उन मामलों में सेवाएं सुरक्षित रखी गई थीं। वर्तमान मामले में याचिकाकर्ता के साथ भेदभाव हुआ है।

कोर्ट ने दो टूक शब्दों में कहा कि केवल एकतरफा जांच और दस्तावेजों की समीक्षा के आधार पर सेवा समाप्त करना नियमों के विरुद्ध है। किसी भी व्यक्ति की नौकरी समाप्त करने से पहले उसे अपने पक्ष में बोलने का पूरा अवसर देना संविधानिक अधिकार है।

अंततः राजस्थान हाई कोर्ट ने सेवा समाप्त करने के आदेश को रद्द कर दिया और राज्य सरकार को निर्देश दिया कि याचिकाकर्ता को बहाल किया जाए। इस फैसले को न्यायिक प्रणाली में निष्पक्षता और कर्मचारी अधिकारों की रक्षा के एक अहम उदाहरण के रूप में देखा जा रहा है।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

indigo

Indigo! हालत खराब होने पर बड़ा एक्शन, एयरपोर्ट ने जारी की नई ‘खतरनाक’ Advisory

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Gold Price Prediction

2026 में रॉकेट बनेगा सोना, Gold Price Prediction पर वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल की रिपोर्ट ने उड़ाए होश

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
8th Pay Commission News

8th Pay Commission News: क्या Basic Pay में मर्ज होगा DA? सरकार ने संसद में बताई सच्चाई

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Vikram Bhatt Arrest

Vikram Bhatt Arrest: 30 करोड़ की ठगी में पत्नी समेत गिरफ्तार, बॉलीवुड में हड़कंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Trump Russia Policy

Trump Russia Policy: मोदी-पुतिन की दोस्ती देख बदला अमेरिका, अब रूस को दोस्त बनाएंगे ट्रंप

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
Lawrence Bishnoi Gang Threatens Pawan Singh

Pawan Singh Threat: सलमान खान से नजदीकी पड़ी भारी, लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने दी पवन सिंह को धमकी

सोमवार, 8 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • काम की बातें

© 2025 THE NEWS AIR