चंडीगढ़, 1 नवंबर (The News Air) पंजाब की सामाजिक सुरक्षा, महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर ने हरियाणा सरकार की ‘लाड़ो लक्ष्मी योजना’ पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह योजना महिलाओं के साथ एक बड़ा धोखा साबित हुई है। हरियाणा की कुल 1.40 करोड़ महिला आबादी में से केवल 5 लाख महिलाएं, अर्थात मात्र 3.73 प्रतिशत महिलाओं को ही पहली किस्त जारी की गई है।
उन्होंने कहा कि बाकी 96 प्रतिशत से अधिक महिलाओं को इस योजना से बाहर रखना उनके अधिकारों के साथ सीधी नाइंसाफी है। यह नीति स्पष्ट रूप से पक्षपातपूर्ण है और महिला सशक्तिकरण की असली भावना के खिलाफ है।
डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि हरियाणा सरकार ने योजना में इतनी कठोर शर्तें लगा दी हैं कि अधिकांश महिलाएं अपने आप ही इसके दायरे से बाहर हो गईं। उन्होंने बताया कि वार्षिक आय एक लाख से कम, उम्र 23 वर्ष से अधिक, यदि महिला का पति किसी अन्य राज्य का निवासी हो या घर में पहले से कोई पेंशन प्राप्त कर रहा हो — तो ऐसी महिलाएं इस योजना के अंतर्गत कवर नहीं होंगी। उन्होंने आगे कहा कि इन शर्तों ने गरीब परिवारों की बेटियों, नवविवाहित महिलाओं, विधवाओं और कॉलेज जाने वाली लड़कियों को पूरी तरह इस योजना से बाहर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार महिलाओं को अधिकार नहीं दे रही, बल्कि प्रचारक तस्वीरों और ऐप लॉन्च के ज़रिए झूठी तसल्ली दे रही है। यह “लाड़ो लक्ष्मी योजना” नहीं, बल्कि “लूटो लक्ष्मी योजना” बन गई है, जिसमें वादा तो करोड़ों का किया गया था, लेकिन लाभ केवल कुछ हज़ार महिलाओं तक ही पहुँचा।
इसके विपरीत, डॉ. बलजीत कौर ने कहा कि मुख्यमंत्री स भगवंत सिंह मान के नेतृत्व में पंजाब सरकार आगामी विधानसभा सत्र के बाद बिना किसी भेदभाव के राज्यभर की सभी महिलाओं को प्रति माह ₹1000 की वित्तीय सहायता प्रदान करना शुरू करेगी।
उन्होंने अंत में कहा कि यह पहल पंजाब की हर महिला के आर्थिक सशक्तिकरण और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम होगी और यह सिद्ध करेगी कि पंजाब सरकार वास्तव में महिलाओं के अधिकार, आदर और सम्मान के प्रति वचनबद्ध है।






