Hair Transplant Death in Kanpur : हेयर ट्रांसप्लांट (Hair Transplant) कराने गए दो इंजीनियरों की मौत और कई पीड़ितों की तबाही ने उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर (Kanpur) शहर में हड़कंप मचा दिया है। कल्याणपुर (Kalyanpur) के केशवपुरम (Keshavpuram) में क्लीनिक चलाने वाली डॉक्टर अनुष्का तिवारी (Dr. Anushka Tiwari) के खिलाफ सहायक अभियंता की मौत के बाद रिपोर्ट दर्ज की गई है। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद फर्रुखाबाद, कन्नौज, उन्नाव, कानपुर और आसपास के जिलों से कई पीड़ित सामने आए हैं, जिन्होंने अनुष्का के क्लीनिक में हेयर ट्रांसप्लांट करवा कर गंभीर समस्याओं का सामना किया।
कन्नौज (Kannauj) निवासी जीत कुमार कटियार (Jeet Kumar Katiyar) ने बताया कि वह अक्टूबर 2024 में मृत इंजीनियर के साथ रावतपुर (Rawatpur) स्थित क्लीनिक में गए थे। इलाज के बाद उनके फोरहेड (Forehead) के बाएं हिस्से में इंफेक्शन हुआ और कुछ ही दिनों में उनका चेहरा पूरी तरह बिगड़ गया। अब वह लखनऊ (Lucknow) में इलाज करवा रहे हैं।
उन्नाव (Unnao) के अचलगंज (Achalganj) निवासी राजेंद्र पाठक (Rajendra Pathak) ने बताया कि अगस्त 2024 में उन्होंने अपने दोस्त विक्रम (Vikram) के साथ क्लीनिक का रुख किया था। ट्रांसप्लांट के 15 दिन बाद विक्रम के सिर में संक्रमण हुआ जो धीरे-धीरे पूरे चेहरे तक फैल गया, और फिर वह बिस्तर पर ही पड़ गए।
एक अन्य केस में बर्रा (Barra) निवासी रामजी सचान (Ramji Sachan) ने 25 जुलाई 2021 को हेयर ट्रांसप्लांट करवाया था। उन्होंने बताया कि डॉ. अनुष्का (Dr. Anushka) ने उनसे 50 हजार रुपये ट्रांसप्लांट के और 2 हजार रुपये जांच के लिए लिए थे। क्लीनिक में ओटी एक कमरेनुमा जगह में बनाई गई थी, जहां दो बेड लगे थे। ट्रांसप्लांट करने वाले व्यक्ति प्रोफेशनल नहीं थे। डॉ. अनुष्का सिर्फ एक-दो बार ओटी में आईं और खुद कोई प्रक्रिया नहीं की। ऑपरेशन के बाद उनके सिर और चेहरे में सूजन आ गई थी।
अब जब मामला तूल पकड़ चुका है, रावतपुर (Rawatpur) थाने में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद डॉ. अनुष्का अपने पति सौरभ (Saurabh) के साथ फरार हो चुकी हैं। पुलिस ने बर्रा-दो (Barra-2), झांसी (Jhansi), बनारस (Varanasi) और प्रयागराज (Prayagraj) में छापेमारी की है। कल्याणपुर एसीपी (ACP Kalyanpur) अभिषेक पांडे (Abhishek Pandey) के अनुसार, डॉक्टर दंपति के पास हेयर ट्रांसप्लांट की वैध डिग्री नहीं है, केवल BDS की डिग्री है।
सीएमओ (CMO) डॉ. हरिदत्त नेमी (Dr. Haridatt Nemi) ने बताया कि मौत के मामलों की गंभीरता को देखते हुए तीन डॉक्टरों की जांच कमेटी गठित कर दी गई है। रिपोर्ट आने के बाद अगली कार्रवाई की जाएगी।