पटना, 29 दिसंबर (The News Air) पटना में रविवार (29 दिसंबर) को हुए बीपीएससी अभ्यर्थियों के प्रदर्शन के बाद अब सरकार और छात्रों के बीच संवाद शुरू हो गया है। जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि सरकार ने छात्रों की मांगों पर चर्चा के लिए अपनी सहमति दी है। प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी अब छात्रों की पांच सदस्यीय कमेटी के साथ मिलकर उनकी समस्याओं और मांगों पर बातचीत करेंगे।
प्रशांत किशोर का बयान : प्रशांत किशोर ने कहा, “सरकार के प्रशासनिक अधिकारी यहां मौजूद थे, उन्होंने हमारे साथियों से बात की है और आश्वासन दिया है कि सरकार अभ्यर्थियों की मांगों पर चर्चा के लिए तैयार है. सरकार का कहना है कि छात्रों की पांच सदस्यीय कमेटी अभी मुख्य सचिव से बात करेगी ताकि उनकी समस्याओं और मांगों पर कुछ निर्णय लिया जा सके. अगर मुख्य सचिव से बात करने के बाद BPSC अभ्यर्थी संतुष्ट नहीं होते हैं तो कल सुबह सभी एक साथ बैठेंगे. मैं छात्रों से अनुरोध करूंगा कि अभी ऐसा कुछ न करें जो कानून सम्मत न हो… अगर फैसला छात्रों के पक्ष में नहीं होता है, अगर छात्रों के साथ कोई अन्याय होता है तो हम पूरी ताकत से उनके साथ खड़े रहेंगे.
धरना प्रदर्शन और लाठीचार्ज : रविवार को बीपीएससी अभ्यर्थियों ने गांधी मैदान में धरना प्रदर्शन किया, जिसे पुलिस ने अनुमति नहीं दी थी। सुबह से ही गांधी मैदान को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था। शाम को प्रदर्शनकारी प्रशांत किशोर के नेतृत्व में सीएम हाउस की ओर बढ़ने लगे। पुलिस ने रोकने की कोशिश की, लेकिन छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी और रास्ता जाम कर दिया।
इसके बाद पुलिस ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया, जिससे प्रदर्शन और उग्र हो गया। स्थिति को नियंत्रित करने के बाद प्रशासन ने छात्रों को बातचीत का प्रस्ताव दिया।
छात्रों की कमेटी मुख्य सचिव से करेगी चर्चा : सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों ने छात्रों की पांच सदस्यीय कमेटी को मुख्य सचिव से बातचीत करने के लिए बुलाया है। प्रशांत किशोर ने छात्रों से आग्रह किया है कि कानून-व्यवस्था का पालन करते हुए अपनी मांगों को शांतिपूर्ण तरीके से रखें।
आगे की रणनीति पर नजर : यदि सरकार के साथ हुई बातचीत छात्रों को संतुष्ट नहीं करती, तो प्रदर्शनकारियों ने आगे संघर्ष तेज करने का संकेत दिया है। प्रशांत किशोर ने स्पष्ट किया कि वे छात्रों के अधिकारों के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।