देश के युवाओं में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को दूर करने के लिए केंद्र सरकार ने कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं। ऐसी ही एक पहल है प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना, जिसका उद्देश्य देश भर में बेरोजगार युवाओं की बढ़ती संख्या को प्रशिक्षण प्रदान करना है। कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा शुरू की गई यह योजना बेरोजगारी की समस्या से निपटने के लिए 40 विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्रदान करने का लक्ष्य रखती है।
ऑनलाइन प्रशिक्षण और कौशल विकास के अवसर
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना 2024 के तहत, बेरोजगार युवाओं को बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन प्लेटफार्मों के माध्यम से आसानी से प्रशिक्षण प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त, व्यावहारिक कौशल को बढ़ाने के लिए कौशल भारत डिजिटल के माध्यम से व्यावहारिक पाठ्यक्रम संचालित किए जाएंगे। साथ ही, सरकार सभी प्रशिक्षुओं को ₹8000 का मासिक वजीफा प्रदान करेगी।
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना 2024 का उद्देश्य
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना का प्राथमिक उद्देश्य उन बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण प्रदान करना है, जिन्होंने अपनी 10वीं और 12वीं कक्षा की शिक्षा पूरी कर ली है। इसके अलावा, जिन लोगों को विभिन्न कारणों से अपनी शिक्षा को बीच में ही छोड़ना पड़ा था, उन्हें भी कौशल भारत प्रशिक्षण केंद्रों के माध्यम से व्यावहारिक प्रशिक्षण प्राप्त होगा।
प्रमाणन और वित्तीय सहायता
व्यावहारिक पाठ्यक्रम पूरा करने पर, प्रतिभागियों को रोजगार की तलाश को सुविधाजनक बनाने के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, पात्र प्रशिक्षुओं को ₹8000 प्रति माह तक की वित्तीय सहायता प्राप्त होगी। इस पहल का उद्देश्य भारतीय युवाओं के लिए नए रास्ते प्रदान करना और नौकरी बाजार में अवसर खोलना है।
प्रधान मंत्री कौशल विकास योजना 2024 के लिए पात्रता मानदंड
योजना के लिए आवेदन करने के लिए, आवेदकों को कुछ मानदंडों को पूरा करना होगा
– बेरोजगार होना चाहिए।
– कम से कम 10वीं पास होना चाहिए।
– किसी भी सरकारी संबद्ध संगठन में कार्यरत नहीं होना चाहिए।
– भारत का नागरिक होना चाहिए।
– आवेदन केवल सरकारी वेबसाइट के माध्यम से ऑनलाइन स्वीकार किए जाएंगे।
– वजीफा प्राप्त करने के लिए आवेदकों के पास अपना बैंक खाता होना चाहिए