The News Air (नई दिल्ली)- आधार कार्ड (Aadhar Card Update) सिर्फ़ एक पहचान दस्तावेज़ नहीं है, यह हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। आधार आपको बैंक खाते खोलने, संपत्ति ख़रीदने, सरकारी वित्तीय साधनों में निवेश करने आदि की अनुमति देता है। आधार भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) द्वारा जारी किया जाता है और यह अन्य बातों के अलावा आधार सत्यापन की विभिन्न प्रक्रियाओं को अपडेट करता है। हाल ही में यूआईडीएआई द्वारा आधार के वेरिफिकेशन को लेकर एक नए नियम की घोषणा की गई थी कि आप इसे ऑनलाइन और ऑफलाइन कर सकेंगे। आइए आपको भी बताते हैं कि आख़िर सरकार की ओर से कौन से नए नियम जारी किए थे।
जारी हुए नए नियम
नई अधिसूचना के अनुसार, आपको आधार सत्यापन के लिए डिजिटल रूप से हस्ताक्षरित दस्तावेज़ प्रदान करना होगा। यह डिजिटल हस्ताक्षरित दस्तावेज़ भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) द्वारा जारी किया जाना चाहिए। विशेष रूप से, सरकार ने 8 नवंबर को आधार विनियमों को अधिसूचित किया था और आधिकारिक तौर पर 9 नवंबर को जारी किया गया था। विनियमन में, ई-केवाईसी के लिए आधार के ऑफलाइन सत्यापन की पूरी प्रक्रिया को समझाया गया है।
यह दिया गया है ऑप्शन
इसमें आधार कार्डधारक को आधार ई-केवाईसी सत्यापन की प्रक्रिया के लिए किसी अधिकृत एजेंट को अपना आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी देने का विकल्प दिया जाता है। इसके बाद एजेंसी आधार धारक द्वारा दिए गए आधार नंबर और नाम, पता आदि का सेंट्रल डेटाबेस से मिलान करेगी। यदि मिलान सही पाया जाता है तो सत्यापन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाता है।
ऑफलाइन आधार वेरिफिकेशन के तरीक़े
- क्यूआर कोड सत्यापन
- आधार पेपरलेस ऑफलाइन ई-केवाईसी सत्यापन
- ई-आधार सत्यापन
- ऑफलाइन पेपर-आधारित सत्यापन
ऑनलाइन आधार वेरिफिकेशन के तरीक़े
- जनसांख्यिकीय प्रमाणीकरण
- एक बार का पिन-आधारित प्रमाणीकरण