UPI Outage 2025 ने एक बार फिर देशभर के डिजिटल पेमेंट यूजर्स को परेशान कर दिया है। दोपहर के समय अचानक UPI (यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस) सर्विस में आई रुकावट के कारण लाखों लोग न तो पेमेंट कर पा रहे हैं और न ही फंड ट्रांसफर। इस आउटेज का असर गूगल पे (Google Pay), फोनपे (PhonePe) और पेटीएम (Paytm) जैसे प्रमुख डिजिटल पेमेंट प्लेटफॉर्म्स पर भी साफ तौर पर दिखा।
डाउनडिटेक्टर (Downdetector) पर 2000 से ज्यादा शिकायतें दर्ज
UPI सेवा में आई तकनीकी समस्या की शुरुआत दोपहर लगभग 12 बजे से देखने को मिली, जब डाउनडिटेक्टर पर शिकायतों की संख्या 1,000 के पार पहुंच गई। इसके बाद मात्र एक घंटे में यह संख्या बढ़कर 2,333 तक जा पहुंची। डाउनडिटेक्टर पर दर्ज शिकायतों में अधिकतर यूजर्स ने पेमेंट फेल, फंड ट्रांसफर रुकने और खरीदारी में दिक्कत आने की बात कही।
81% यूजर्स को पेमेंट्स में आई परेशानी
डाउनडिटेक्टर पर प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, 81 प्रतिशत यूजर्स ने पेमेंट्स न होने की शिकायत की, जबकि 17 प्रतिशत यूजर्स ने फंड ट्रांसफर और 2 प्रतिशत ने ऑनलाइन शॉपिंग में दिक्कत की जानकारी दी। टाइम्स नाउ (Times Now) की रिपोर्ट में बताया गया कि इस आउटेज का प्रभाव कई बैंकों और डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के यूजर्स पर पड़ा है, जिससे दैनिक लेन-देन पूरी तरह से रुक गया।
हाल के दिनों में तीसरी बार आई बड़ी रुकावट
यह कोई पहली बार नहीं है जब UPI सर्विस बाधित हुई हो। इससे पहले भी मार्च महीने की 26 तारीख को पूरे देश में UPI ट्रांजैक्शन प्रभावित हुआ था, जिसे नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (National Payments Corporation of India – NPCI) ने “intermittent technical issue” बताया था। फिर 2 अप्रैल 2025 को भी इसी तरह की समस्या सामने आई थी, जिसमें सैकड़ों यूजर्स ने डाउनडिटेक्टर पर रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उस समय 50 प्रतिशत शिकायतें फंड ट्रांसफर से जुड़ी थीं और 44 प्रतिशत शिकायतें पेमेंट फेलियर से संबंधित थीं।
NPCI की ओर से पहले भी मानी गई थी गड़बड़ी
एनपीसीआई (NPCI) ने पहले इस तरह की रुकावटों को स्वीकार किया था और तकनीकी दिक्कतों को कुछ समय में ठीक कर लेने की बात कही थी। हालांकि, लगातार तीसरी बार UPI सेवा का ठप होना, देश में डिजिटल भुगतान व्यवस्था की विश्वसनीयता पर सवाल खड़ा करता है।