नई दिल्ली, 31 अगस्त (The News Air): गोल्डमैन सैक्स में बड़े पैमाने पर छंटनी होने जा रही है। सालाना रिव्यू प्रोसेस में इसने 3-4 फीसदी एंप्लॉयीज की छुट्टी करने का फैसला किया है यानी कि करीब 1300-1800 एंप्लॉयीज की छंटनी होगी। वाल स्ट्रीट जर्नल (WSJ) की रिपोर्ट के मुताबिक छंटनी हाल ही में शुरू हो चुकी है और यह जारी रहेगी। इसका झटका बैंक के कई डिवीजन पर पड़ेगा। गोल्डमैन सैक्स के प्रवक्ता टोनी फ्रैटो (Tony Fratto) का कहना है कि एनुअल टैलेंट रिव्यू सामान्य है और स्टैंडर्ड प्रोसेस है। हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि इस छंटनी के बावजूद दिसंबर 2024 के आखिरी में एंप्लॉयीज की संख्या पिछले साल 2023 के आखिरी के मुकाबले अधिक ही रहेगी।
Goldman Sachs में हर साल होती 2-7% एंप्लॉयीज की छंटनी
गोल्डमैन सैक्स में छंटनी कोई नई बात नहीं है। इसके एनुअल रिव्यू प्रोसेस के तहत 2-7 फीसदी एंप्लॉयीज की छंटनी होती रही है। कितने एंप्लॉयीज को बाहर किया जाएगा, यह बैंक के फाइनेंशियल आउटलुक और मार्केट की स्थितियों के हिसाब से तय होता है। पिछले साल जनवरी में गोल्डमैन सैक्स ने 6 फीसदी एंप्लॉयीज की छंटनी थी। इसके बाद मई में छंटनी हुई थी। अब इस साल की बात करें तो फिर छंटनी की तैयारी हो रही है।
मार्केट में कैसा है माहौल?
गोल्डमैन सैक्स में हर साल जो छंटनी होती है, वह न सिर्फ फाइनेंशियल आउटलुक बल्कि मार्केट की परिस्थितियों पर भी निर्भर करता है। इस महीने की शुरुआत में गोल्डमैन सैक्स ने मंदी की संभावना पर अपने नजरिए में बदलाव किया है और इसे 25 फीसदी से घटाकर 20 फीसदी कर दिया। यह कटौती रिटेल सेल्स के बेहतर आंकड़ों और रोजगार के अच्छे आंकड़ों के आधार पर की गई है। बैंक के अर्थशास्त्रियों ने संकेत दिया है कि 6 सितंबर को रोजगार की रिपोर्ट और बेहतर आती है तो मंदी की आशंका को और कम करके 15 फीसदी तक लाया जा सकता है। करीब एक साल पहले भी मंदी की आशंका इतनी ही थी।