नई दिल्ली (New Delhi) 21 जनवरी (The News Air): सप्ताह के दूसरे दिन, 21 जनवरी 2025, को सोने-चांदी (Gold-Silver) की कीमतों में एक बार फिर बड़ा उछाल देखा गया है। MCX (Multi Commodity Exchange) पर सोने का वायदा भाव 0.45% की तेजी के साथ ₹78,896 प्रति 10 ग्राम हो गया, जबकि चांदी 0.76% की बढ़त के साथ ₹92,133 प्रति किलोग्राम पर कारोबार कर रही है।
पिछले सप्ताह भी सोने-चांदी के दाम में तेजी देखी गई थी, और यह उछाल निवेशकों और आम ग्राहकों दोनों के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है।
पिछले हफ्ते कैसे बदली कीमतें? : इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार, पिछले शनिवार, 11 जनवरी 2025 को 24 कैरेट सोने का भाव ₹78,018 प्रति 10 ग्राम था। इस सप्ताह यानी 18 जनवरी 2025 तक यह ₹79,239 पर पहुंच गया है। यह ₹1,221 की बढ़त दर्शाता है।
वहीं, चांदी की कीमत भी पिछले सप्ताह ₹552 की बढ़त के साथ ₹90,820 प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई। 11 जनवरी को चांदी का दाम ₹90,268 प्रति किलोग्राम था।
सोने-चांदी के ऐतिहासिक रिकॉर्ड
- सोना: पिछले साल 30 अक्टूबर 2024 को सोने ने ₹79,681 प्रति 10 ग्राम का ऑल टाइम हाई छुआ था।
- चांदी: 23 अक्टूबर 2024 को चांदी ₹99,151 प्रति किलोग्राम के अपने सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई थी।
2024 में सोने-चांदी से शानदार रिटर्न : पिछले साल 2024 में सोने और चांदी ने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया।
- सोना: 2024 में 20.22% की बढ़त के साथ, 1 जनवरी को सोना ₹63,352 प्रति 10 ग्राम से बढ़कर 31 दिसंबर तक ₹76,162 प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा।
- चांदी: चांदी ने भी 17.19% का रिटर्न दिया। 1 जनवरी को ₹73,395 प्रति किलोग्राम थी, जो साल के अंत में ₹86,017 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई।
सर्टिफाइड गोल्ड खरीदना क्यों जरूरी? : यदि आप सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो केवल BIS (Bureau of Indian Standard) हॉलमार्क लगा हुआ सर्टिफाइड गोल्ड ही खरीदें।
- हर सोने के आभूषण पर 6 अंकों का हॉलमार्क कोड रहता है।
- इस कोड को HUID (Hallmark Unique Identification Number) कहा जाता है।
- यह कोड अल्फान्यूमेरिक फॉर्मेट में होता है, जैसे: AZ4524।
हॉलमार्किंग के जरिए आप यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि सोना कितने कैरेट का है और इसकी शुद्धता क्या है।
सोने-चांदी की बढ़ती कीमतें: निवेशकों के लिए सुनहरा मौका? : सोने और चांदी की कीमतों में लगातार उछाल इसे निवेश के लिए एक बेहतरीन विकल्प बनाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि
- अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता, डॉलर की कमजोरी, और कच्चे तेल की बढ़ती कीमतें इस तेजी के प्रमुख कारण हैं।
- आने वाले दिनों में भी सोने-चांदी की कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है।