Gold Price Hike : बुधवार को सोने और चांदी की कीमतों ने इतिहास रचते हुए अब तक के सबसे उच्चतम स्तर को छू लिया है, जिससे यह कीमती धातुएं अब आम आदमी की पहुंच से दूर होती जा रही हैं। लगातार तीसरे सत्र में तेजी दिखाते हुए, MCX और वैश्विक बाजार में कीमतें नए शिखर पर पहुंच गई हैं। यह उछाल सिर्फ एक आंकड़ा नहीं, बल्कि वैश्विक अर्थव्यवस्था में चल रही उथल-पुथल का संकेत है।
10 ग्राम सोने का भाव उड़ा देगा होश
बाजार के आंकड़ों पर नजर डालें तो घरेलू बाजार (MCX) पर फरवरी डिलीवरी वाला सोना 791 रुपये (0.57%) चढ़कर 1,38,676 रुपये प्रति 10 ग्राम के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। वहीं, चांदी ने भी लंबी छलांग लगाई है। मार्च 2026 के अनुबंध वाली चांदी 1.93% की बढ़त के साथ 23,887 रुपये प्रति किलोग्राम के नए शिखर पर पहुंच गई है। वैश्विक बाजार में भी सोना 4500 डॉलर प्रति औंस के पार निकल गया है।
आखिर क्यों बढ़ रहे हैं दाम?
विशेषज्ञों का मानना है कि इस भयानक तेजी के पीछे मुख्य रूप से अमेरिका की मौद्रिक नीतियां और भू-राजनीतिक तनाव जिम्मेदार हैं। रिलायंस सिक्योरिटीज के सीनियर रिसर्च एनालिस्ट जिगर त्रिवेदी के अनुसार:
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US Fed Rate Cut: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद ने डॉलर को कमजोर किया है, जिससे सोने में निवेश बढ़ा है।
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Geopolitical Tension: दुनिया भर में चल रहे युद्ध और तनाव के कारण निवेशक सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की तरफ भाग रहे हैं, और सोना सबसे सुरक्षित विकल्प माना जाता है।
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ETF Inflow: गोल्ड ईटीएफ में भारी निवेश हो रहा है, जो कीमतों को और हवा दे रहा है।
चांदी की चमक के पीछे ‘ग्रीन’ वजह
चांदी की कीमतों में आई तेजी सिर्फ सोने की देखा-देखी नहीं है। चांदी का औद्योगिक इस्तेमाल (Industrial Use) बहुत बढ़ गया है। ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) में चांदी की भारी मांग है। जब निवेश और औद्योगिक मांग दोनों एक साथ मिलते हैं, तो कीमतें आसमान छूना स्वाभाविक है।
वरिष्ठ पत्रकार का विश्लेषण
मौजूदा हालात 1979 के दौर की याद दिलाते हैं, जब वैश्विक अस्थिरता के कारण सोने में ऐतिहासिक तेजी देखी गई थी। साल 2025 सोने के लिए एक ‘गोल्डन ईयर’ साबित हो रहा है, जिसमें अब तक करीब 70% की बढ़त दर्ज की गई है। यह तेजी एक चेतावनी भी है कि दुनिया आर्थिक मंदी और अनिश्चितता के डर से घिरी हुई है। जब तक भू-राजनीतिक तनाव कम नहीं होते और डॉलर में मजबूती नहीं आती, तब तक आम आदमी के लिए सस्ता सोना खरीदना एक सपना ही बनकर रह जाएगा। यह समय निवेश के लिए तो अच्छा हो सकता है, लेकिन शादी-ब्याह के लिए खरीदारी करने वाले परिवारों के लिए यह किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
जानें पूरा मामला
साल 2025 में सोने और चांदी की कीमतों ने सारे पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। डॉलर की कमजोरी और केंद्रीय बैंकों द्वारा सोने की भारी खरीदारी ने इसे नई ऊंचाइयों पर पहुंचा दिया है। जानकारों का कहना है कि घरेलू बाजार में जल्द ही सोना 1,40,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को भी छू सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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Gold Record: एमसीएक्स पर सोना 1,38,676 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंचा।
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Silver High: चांदी 23,887 रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड पर।
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Global Market: अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 4555 डॉलर प्रति औंस के पार।
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Reason: यूएस फेड की ब्याज दर कटौती और वैश्विक तनाव मुख्य कारण।






