Gold Silver Price Hike News – अगर आप घर में शादी या किसी खास मौके के लिए सोना-चांदी खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो यह खबर आपके होश उड़ा सकती है। सर्राफा बाजार में कीमती धातुओं ने इतिहास रच दिया है और कीमतें आसमान छू रही हैं। महंगाई का आलम यह है कि सोना पहली बार 1 लाख 40 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है, जबकि चांदी भी 2 लाख 28 हजार रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई है। त्योहारों से लेकर शादियों के सीजन तक, हर दिन एक नया रिकॉर्ड बन रहा है, जिससे आम आदमी की जेब पर भारी बोझ पड़ रहा है।
साल भर में चांदी ने भरी 165% की रफ्तार
साल 2025 की शुरुआत में जो चांदी 86,197 रुपये प्रति किलो थी, वह अब 2,28,107 रुपये पर पहुंच गई है। इसका मतलब है कि एक साल से भी कम समय में चांदी की कीमतों में 165% से ज्यादा का जबरदस्त उछाल आया है। इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के मुताबिक, सिर्फ पिछले एक हफ्ते में ही चांदी 27,271 रुपये महंगी हो गई है। 19 दिसंबर को जो चांदी 2,00,836 रुपये पर थी, वह अब 2,28,107 रुपये पर पहुंच गई है। यह लगातार पांचवां हफ्ता है जब चांदी में तेजी बनी हुई है और पिछले हफ्ते में इसने चार बार नया ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड बनाया है।
सोना भी 81% महंगा, 1.40 लाख के पार
सोने की चाल भी कुछ कम नहीं है। 31 दिसंबर 2024 को जो 24 कैरेट सोना 76,162 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था, वह अब 61,794 रुपये महंगा होकर 1,37,956 रुपये के स्तर पर कारोबार कर रहा है। यह करीब 81% की सालाना बढ़त है। पिछले एक हफ्ते की बात करें तो 19 दिसंबर को सोना 1,31,789 रुपये पर था, जो 6,167 रुपये बढ़कर अब 1,40,000 रुपये के स्तर को भी पार कर गया है।
विश्लेषण: क्यों लग रही है कीमतों में आग? (Expert Analysis)
बाजार के जानकारों के मुताबिक, सोने-चांदी में इस ऐतिहासिक तेजी के पीछे तीन बड़े वैश्विक कारण हैं। पहला, अमेरिका में ब्याज दरों में कटौती के संकेतों से डॉलर कमजोर हुआ है, जिससे निवेशकों का रुझान सोने की तरफ बढ़ा है। दूसरा, रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य वैश्विक तनावों के कारण सोना हमेशा की तरह एक ‘सुरक्षित निवेश’ (Safe Haven) के रूप में उभरा है। तीसरा, चीन समेत दुनिया भर के कई देशों के केंद्रीय बैंक (Central Banks) भारी मात्रा में सोना खरीद रहे हैं, जिससे इसकी मांग और कीमतें बढ़ रही हैं।
चांदी में तेजी की अलग वजह
चांदी की चमक बढ़ने के पीछे औद्योगिक मांग एक बड़ा कारण है। सोलर पैनल, इलेक्ट्रॉनिक्स और इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण में चांदी का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा, अमेरिका में संभावित टैरिफ के डर से कंपनियां चांदी का स्टॉक जमा कर रही हैं, जिससे वैश्विक स्तर पर इसकी सप्लाई पर दबाव पड़ा है और कीमतें बढ़ रही हैं।
आम आदमी पर असर (Human Impact)
सोने-चांदी की कीमतों में इस बेतहाशा बढ़ोतरी का सीधा असर आम आदमी के बजट पर पड़ रहा है। भारतीय समाज में शादी-विवाह में सोना-चांदी देना एक अहम परंपरा है, लेकिन अब यह आम परिवारों की पहुंच से बाहर होता जा रहा है। जो लोग निवेश के तौर पर सोना खरीदना चाहते थे, वे भी अब हिचक रहे हैं। यह महंगाई न सिर्फ त्योहारी खुशियों को फीका कर रही है, बल्कि भविष्य की आर्थिक योजनाओं पर भी पानी फेर रही है।
जानें पूरा मामला (Background)
साल 2025 की शुरुआत में 1 जनवरी को 24 कैरेट सोने की कीमत करीब 78,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। तब से लेकर अब तक कीमतों में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है। त्योहारी सीजन और फिर वेडिंग सीजन ने मांग को बनाए रखा है, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिला है। ध्यान रहे कि ये कीमतें IBJA द्वारा जारी की गई हैं, जिनमें जीएसटी (GST) और मेकिंग चार्ज शामिल नहीं होते हैं। इसलिए, आपके शहर में ज्वेलर्स के यहां कीमतें इससे थोड़ी अलग हो सकती हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
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Gold Price पहली बार 1 लाख 40 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंचा।
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Silver Price 2 लाख 28 हजार रुपये प्रति किलोग्राम के नए रिकॉर्ड स्तर पर है।
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साल 2025 में अब तक सोने में 81% और चांदी में 165% Hike दर्ज की गई है।
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वैश्विक तनाव, कमजोर डॉलर और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के कारण कीमतें बढ़ रही हैं।
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चांदी की औद्योगिक मांग (सोलर पैनल, EVs) बढ़ने से भी कीमतों में तेजी है।






