New Babri Masjid in Bengal: पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव भले ही अगले साल होने हैं, लेकिन राज्य में सियासी माहौल अभी से उबलने लगा है। 6 दिसंबर, यानी जिस तारीख को अयोध्या में विवादित ढांचा गिराया गया था, ठीक उसी दिन पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में एक नई ‘बाबरी मस्जिद’ की नींव रखकर सियासी ध्रुवीकरण की बिसात बिछा दी गई है।
मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में एक भव्य आयोजन के बीच टीएमसी से निष्कासित विधायक हुमायूं कबीर ने इस मस्जिद का शिलान्यास किया। इस घटना ने न केवल राज्य बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर भी राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
‘भव्य स्टेज और बाबरी जिंदाबाद के नारे’
बेलडांगा में मस्जिद के शिलान्यास के लिए एक विशाल Stage तैयार किया गया था, जो 150 फीट लंबा और 80 फीट चौड़ा था। हजारों की भीड़ के बीच कुरान की आयतों (तिलावत) के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई। जैसे ही कुरान का पाठ पूरा हुआ, नई बाबरी मस्जिद की नींव रखी गई।
इस दौरान हुमायूं कबीर के समर्थक हाथों में ईंटें लेकर पहुंचे और मंच से “बाबरी मस्जिद जिंदाबाद” के नारे लगाए गए। हुमायूं कबीर ने ऐलान किया कि उन्होंने 2024 में ही बाबरी मस्जिद बनाने का वादा किया था और मुर्शिदाबाद की यह नई मस्जिद वैसी ही होगी, जैसी कभी अयोध्या में थी। उन्होंने अपने भाषण में मीर बाकी का भी जिक्र किया, जिससे विवाद और गहरा गया।
‘बीजेपी की चेतावनी: एक-एक ईंट उखाड़ देंगे’
इस घटना पर भारतीय जनता पार्टी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने इसे टीएमसी की ‘नौटंकी’ करार दिया। उन्होंने खुली चेतावनी देते हुए कहा, “बाबर के नाम पर अगर एक भी ईंट रखी गई और वहां भाजपा की सरकार बनी, तो उस एक-एक ईंट को उखाड़ कर फेंक दिया जाएगा।”
वहीं, बीजेपी के बंगाल प्रभारी अमित मालवीय ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि उत्तर बंगाल की लाइफलाइन माने जाने वाले NH-12 के पास इस मस्जिद का निर्माण खतरनाक है। उन्होंने आरोप लगाया कि टीएमसी एक रणनीति के तहत पुलिस सुरक्षा में इसका निर्माण करवा रही है।
‘कांग्रेस बोली- हुमायूं कबीर बीजेपी के एजेंट’
इस मामले में कांग्रेस ने भी हुमायूं कबीर पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने हुमायूं कबीर को BJP का एजेंट बता दिया। मसूद ने कहा कि जो काम भाजपा नफरत फैलाने के लिए करती है, वही काम अब कबीर कर रहे हैं।
इमरान मसूद ने सवाल उठाया, “अगर वे इतने ही बड़े मुसलमान हितेषी थे, तो 2019 में बीजेपी की टिकट पर चुनाव क्यों लड़े? क्या तब उन्हें भाजपा की नीतियां समझ नहीं आ रही थीं?” उन्होंने नसीहत दी कि मस्जिद इबादत के लिए होती है, सियासत चमकाने के लिए इसका इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।
‘जानें पूरा मामला’
हुमायूं कबीर, जो पहले टीएमसी में थे और बाद में बागी हो गए, ने 6 दिसंबर को बाबरी विध्वंस की बरसी पर मुर्शिदाबाद में उसी नाम से मस्जिद बनाने का शिलान्यास किया है। टीएमसी ने इसे सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने का षड्यंत्र बताया है। राजनीतिक जानकारों का मानना है कि चुनाव से पहले यह कदम वोटों के ध्रुवीकरण की एक कोशिश हो सकता है।
मुख्य बातें (Key Points)
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मुर्शिदाबाद के बेलडांगा में 6 दिसंबर को नई ‘बाबरी मस्जिद’ का शिलान्यास किया गया।
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हुमायूं कबीर के समर्थकों ने “बाबरी मस्जिद जिंदाबाद” के नारे लगाए।
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केशव प्रसाद मौर्य ने चेतावनी दी कि बीजेपी सरकार बनने पर ईंटें उखाड़ दी जाएंगी।
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कांग्रेस ने हुमायूं कबीर को बीजेपी का एजेंट बताते हुए इसे नफरत की राजनीति कहा।






