जालंधर (The News Air) पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री ओम प्रकाश सोनी को अदालत ने रिमांड खत्म होने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया। विजिलेंस ने ओपी सोनी को आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार किया था। पहले कोर्ट ने सोनी का विजिलेंस को 2 दिन का रिमांड दिया था, लेकिन कोर्ट से निकलते ही उनकी तबीयत खराब हो गई थी और उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।
अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद विजिलेंस दोबारा सोनी को कोर्ट लेकर पहुंची और दलील दी कि बीमारी के चलते उनसे पूछताछ नहीं हाे पाई थी। इस बाद से कोर्ट ने सोनी को दोबारा 2 दिन के रिमांड पर भेज दिया था। इस दौरान विजिलेंस ने सोनी से लगातार आठ-आठ घंटे सख्ती के साथ पूछताछ की थी।
तीसरी बार फिर मांगा था रिमांड कोर्ट ने न्यायिक हिरासत में भेजा
विजिलैंस ब्यूरो से पूर्व उपमुख्यमंत्री सोनी से दो दिन लगातार पूछताछ करने के बाद जब दोबारा कोर्ट में पेश में किया तो यह दलील देते हुए रिमांड बढ़ाने की मांग की कि अभी बहुत कुछ पता लगाता शेष है। कई सवालों के ओम प्रकाश सोनी ने जवाब नहीं दिए हैं कई बातों को अभी वारिफाई करना बाकी है। लेकिन बचाव पक्ष के वकील ने कहा कि अब विजिलेंस के पास पूछने के लिए कुछ नहीं रहा है।
जो कुछ पूछना था वह पूछ चुके हैं और उनके क्लाइंट विजिलेंस के सारे सवालों के जवाब दे चुके हैं। दोनों पक्षों की अपीलों और दलीलों को सुनने के बाद अदालत ने विजिलेंस के वकील को कहा कि अब ओपी सोनी का रिमांड और ज्यादा नहीं दिया जा सकता है। इसके बाद अदालत ने ओपी सोनी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
सोनी से आय से 176.8 फीसदी अधिक खर्च किया
विजिलेंस ब्यूरो का आरोप है कि उन्होंने पूर्व उपमुख्यमंत्री का सारा रिकॉर्ड खंगाला है। विजिलेंस का कहना है कि एक अप्रैल 2016 से लेकर 31 मार्च 2022 तक जब ओपी सोनी मंत्री और उपमुख्यमंत्री थे तो उनकी कुल आय 4 करोड़ 52 लाख 18 हजार और 771 रुपए थी। जबकि सोनी ने इस दौरान 12 करोड़ 48 लाख 42 हजार और 692 रुपए खर्च किए हैं। विजिलेंस का ओपी सोनी पर आरोप है कि उन्होंने अपनी आय से 176.8 फीसदी अधिक खर्च किया।






