लुधियाना (The News Air) पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बेअंत सिंह की चंडीगढ़ स्थित सरकारी कोठी 30 साल बाद खाली होने जा रही है। पूर्व मुख्यमंत्री का परिवार इस कोठी में रहता है। SDM संयम गर्ग ने कोठी खाली करने के निर्देश जारी किए है। मंगलवार को एस्टेट ऑफिस की टीम सेक्टर-5 स्थित कोठी नंबर 3/33 में पहुंची थी।
कोटी का हाउस अलॉटमेंट पहले ही रद्द हो चुका है। बेअंत सिंह 1992 से 1995 तक मुख्यमंत्री रहे है। इससे पहले जब कोठी खाली करने के जब आदेश दिए गए थे तो पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे तेज प्रकाश ने SDM कोर्ट में पटीशन दायर की थी। अब तेज प्रकाश सिंह के नाम नोटिस निकाला गया है।
कोठी खाली करवाने की पहले भी हो चुकी कोशिश
इस कोठी को खाली करवाने की पहले भी कई बार कोशिश हो चुकी है, लेकिन राजनीतिक दबाव व अन्य कारणों के चलते ये कोठी खाली नहीं हो पाई। इस बार SDM ने कोठी खाली करने के ऑर्डर जारी कर दिए हैं। मंगलवार को पुलिस अधिकारी रमेश कल्याण SDM सेंट्रल के आदेश पर कोठी खाली करने के लिए नोटिस लेकर पहुंचे थे। वहां मौजूद जेड प्लस सिक्योरिटी और पंजाब पुलिस के कर्मचारियों ने SI को कोठी में प्रवेश नहीं करने दिया।
31 अगस्त 1995 को हुई थी हत्या
पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या 31 अगस्त 1995 को हुई थी। बलवंत सिंह राजोआना के बयान के अनुसार, उसने और पंजाब पुलिस मुलाजिम दिलावर सिंह ने बेअंत सिंह को ह्यूमन बम से उड़ा दिया था। दिलावर सिंह ने ह्यूमन बम बनकर बेअंत सिंह पर हमला किया था। साजिश इस तरह रची गई थी कि अगर दिलावर फेल हो जाता तो राजोआना की तरफ से हमला किया जाना था। कोर्ट ने राजोआना को फांसी की सजा सुनाई थी।