Footwear stocks : जूता-चप्पल बनाने वाली कंपनियों के शेयरों में आज दमदार रैली देखने को मिली है। खादिम इंडिया (Khadim India) और लिबर्टी शूज (Liberty Shoes) दोनों ही कंपनियों के शेयरों में 20 फीसदी का अपर सर्किट लगा है। NSE पर खादिम इंडिया के शेयर 230.15 रुपये के भाव पर और लिबर्टी शूज के शेयर 267 रुपये के भाव पर बंद हुए हैं। इसके अलावा, Superhouse 18 फीसदी बढ़कर 277.30 रुपये पर पहुंच गया, जबकि मिर्जा इंटरनेशनल के शेयरों में 10 फीसदी की तेजी रही और यह 54.91 रुपये पर पहुंच गया।
इसके साथ ही बाटा इंडिया, मेट्रो ब्रांड्स, श्रीलेदर्स, रिलैक्सो फुटवेयर्स और कैंपस एक्टिववियर के शेयरों में भी 2 से 7 फीसदी तक की बढ़त देखी गई है।
क्या है रैली की वजह?
एक रिपोर्ट के मुताबिक, Nike, Adidas, Puma और Reebok जैसे ग्लोबल नॉन-लेदर फुटवियर प्लेयर्स के सप्लायर्स के साथ कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स भारत में अपनी मौजूदगी बढ़ा रहे हैं, जो अब चीन-प्लस-वन स्ट्रैटेजी के तहत भारत में आ रहे हैं।
हाल ही में तमिलनाडु सरकार और जूता-चप्पल बनाने वाली ताइवान की कंपनी ने राज्य में 2,302 करोड़ रुपये के निवेश के लिए समझौता किया है। इसके अलावा कम से कम 6 अन्य वैश्विक स्तर की बड़ी कंपनियां राज्य में अपनी यूनिट स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं।
इंडस्ट्री के सूत्रों के अनुसार, ग्लोबल नॉन-लेदर कंपनियां जैसे फेंग टे, होंग फू, डीन शूज, ओएसिस फुटवियर, स्पोर्ट्स गियर और Zucca ने या तो तमिलनाडु में अपनी यूनिट स्थापित करने के लिए काम शुरू कर दिया है। वैश्विक स्तर पर बेचे जाने वाले 85 फीसदी से अधिक फुटवियर नॉन-लेदर होते हैं।
13 दिनों में 44 फीसदी चढ़ा लिबर्टी शूज़
लिबर्टी शूज़ के शेयरों में पिछले 13 कारोबारी दिनों में ही 44 फीसदी की शानदार रैली आई है। स्टॉक 183 रुपये के लेवल से बढ़कर 267 रुपये के भाव पर पहुंच गया है। कंपनी ने फरवरी में अपने Q3FY23 नतीजों की घोषणा करते हुए कहा था, “मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर पर सरकार का फोकस है, जिसके चलते, फुटवियर इंडस्ट्री में ग्रोथ की बेहतर संभावना है।”
कंपनी ने आगे कहा, “फुटवियर सेक्टर के लिए सरकार की ओर से घोषित की जाने वाली प्रोडक्शन लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम भी चीन के साथ कंपटीशन में भारतीय कंपनियों को मदद करेगी। लाइफस्टाइल और खरीदारी की आदतों में बदलाव का फायदा फुटवियर इंडस्ट्री को मिलने की संभावना है।”