चंडीगढ़ (The News Air) सत्ताधारी दल आम आदमी पार्टी के लिए जालंधर लोकसभा क्षेत्र का उप चुनाव प्रतिष्ठा का सवाल बन गया है। अपनी प्रतिष्ठा को कायम रखने के लिए पार्टी ने अपने तेज तर्रार नेता राज्य के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा को जालंधर लोकसभा उपचुनाव की जिम्मेदारी सौंपी है। वित मंत्री चीमा को पार्टी ने चुनाव प्रभारी बनाया है। इसकी बाकायदा पार्टी ने चिट्ठी भी जारी कर दी है।
बता दें कि जालंधर लोकसभा उपचुनाव प्रतिष्ठा का सवाल इसलिए भी बन गया है क्यों कि भगवंत मान के मुख्यमंत्री बनने के बाद संगरूर में उनकी सीट खाली होने पर उपचुनाव में करारी हार देखनी पड़ी थी। सत्ता में होने के बावजूद चुनाव हारने से पार्टी की खूब किरकिरी हुई थी। पार्टी के आला नेता अब दोबारा फिर से वैसे हालात नहीं देखना चाहते।
2024 का सेमीफाइनल है जालंधर उपचुनाव
जालंधर लोकसभा उपचुनाव ने पूरे राज्य में राजनीतिक माहौल गर्मा कर रख दिया है। पूरे राज्य के नेताओं की और सभी दलों की दौड़ इस वक्त जालंधर में ही लगी हुई है। यह दौड़ इसलिए लगी हुई है कि सभी 2024 में होने वाले आम चुनाव से पहले इस चुनाव को सेमीफाइनल के रूप में देख रहे हैं। इस चुनाव का असर आगे निगम चुनावों में भी देखने को मिलेगा।
रिंकू को बनाया है पार्टी ने अपना उम्मीदवार
आम आदमी पार्टी चुनाव से पहले दूसरों दलों के नेताओं को तोड़ने में लगी हुई है। पार्टी के नेता रोज विरोधियों को कार्यकर्ताओं को पदाधिकारियों को आप में शामिल करवा रहे हैं। जालंधर वेस्ट से कांग्रेस के विधायक को भी दो दिन पहले आम आदमी पार्टी में शामिल करवा कर जालंधर उपचुनाव मं पार्टी का टिकट देकर उम्मीदवार बनाया गया है।