The News Air- गुलाबी सूंडी से ख़राब नरमे की फ़सल के मुआवज़े की मांग कर भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्राहां) की अगुवाई में किसानों ने लंबी नायब तहसीलदार समेत अन्य स्टाफ़ को दफ़्तर में बंधक बनाया। पुलिस ने देर रात 12 बजे किसानों पर लाठीचार्ज कर नायब तहसीलदार और स्टाफ़ को छुड़ाया।
पुलिस लाठीचार्ज में 6 किसान घायल हो गए, जिन्हें लंबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद प्रदेश में प्रदेश में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर पहली बार लाठीचार्ज हुआ है। नायब तहसीलदार अरजिंदर सिंह और स्टाफ़ के बाहर आने के बाद अब पूरे प्रदेश के तहसीलदार हड़ताल पर चले गए हैं।
किसानों का आरोप है कि गुलाबी सूंडी से ख़राब हुई नरमा की फ़सल के मुआवज़े के मामले में मुक्तसर ज़िले को नज़रअंदाज किया गया है। मुक्तसर ज़िले में अधिकतर नरमा की खेती लंबी ब्लॉक में ही होती है। गिरदावरी में लंबी ब्लॉक के केवल छह गांवों को ही शामिल किया गया और उन्हें भी अभी तक मुआवज़ा नहीं दिया गया, अन्य क़रीब 30 गांवों को गिरदावरी में शामिल ही नहीं किया।
वहीं दूसरी तरफ़ पुलिस के लाठीचार्ज में 6 किसान ज़ख़्मी हो गए, जिन्हें पास के सरकारी अस्पताल में दाखिल किया गया। इन घायलों में किसानों में हरपाल सिंह किल्लियांवाली, निशान सिंह कख्खांवाली, जगदीप सिंह खुड्डियां, दविंदर सिंह मानावाला, एमपी सिंह भुल्लरवाला, गुरलाभ सिंह कख्खांवाली, काला सिंह खुन्नण खुर्द आदि शामिल हैं।
तहसील के बाहर किसानों ने डेरा जमाया
पुलिस ने बंधक नायब तहसीलदार व किसानों को तो छुड़ा लिया, लेकिन किसानों का धरना अभी भी जारी है। BKU ने अब तहसील दफ़्तर के बाहर धरना लगाया हुआ है। वे अपनी बात पर अड़े हुए हैं और मुआवज़े की मांग कर रहे हैं।
रात हाईवे कर दिया जाम
वहीं दूसरी तरफ़ किसानों की ओर से बंधक बनाए गए पटवारियों ने देर रात बाहर आने के बाद नेशनल हाईवे पर धरना देकर प्रदर्शन किया। अब बंधक बनाने वाले किसानों पर कार्रवाई करने की मांग को लेकर ज़िले के सभी SDM व तहसील दफ़्तरों के स्टाफ़ ने हड़ताल कर दी है। राज्य के तहसीलदार और नायब तहसीलदार भी गांव बादल स्थित गेस्ट हाउस में इकट्ठा हुए और अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने की घोषणा कर दी है।