केंद्र सरकार की नाक के नीचे चल रहा कथित कोयले के भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने में मोदी सरकार नाकाम
दुगने दामों में खरीदे गए कोयल की कीमत की भरपाई बिजली के बिलों के माध्यम से जनता से वसूली जाएगी : सौरभ भारद्वाज
देश में खुलेआम कथित भ्रष्टाचार का कारोबार चल रहा है और केंद्र में बैठी मोदी सरकार इस पर मोन है : सौरभ भारद्वाज
इंडोनेशिया से निर्यात और भारत में अदानी पोर्ट पर आयात की गई एक ही शिपमेंट के मूल्य में दोगुनी कीमत का अंतर पाया गया : सौरभ भारद्वाज
इंडोनेशिया से आयात किए गए एक शिप कोयले की कीमत 16 करोड़ थी, जो अडानी के पोर्ट पर आकर 36 करोड़ की हो गई – रीना गुप्ता
केंद्र सरकार इस कथित भ्रष्टाचार की जांच कराए और देश की जनता को इस लूट से बचाए : कुलदीप कुमार
नई दिल्ली, 13 अक्टूबर (The News Air): पार्टी मुख्यालय में हुई एक प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज ने लंदन के एक अख़बार फ़ाइनेंशियल टाइम्स में छपी एक रिपोर्ट के का हवाला देते हुए केन्द्र में बैठी भाजपा सरकार की नाक के नीचे चल रहे एक बड़े कथित भ्रष्टाचार का ख़ुलासा करते हुए बताया, कि इस देश में अडानी ग्रुप द्वारा देश की जनता के पैसे को कथित कोयले की दलाली के माध्यम से कैसे लूटा जा रहा है और सरकार ख़ामोशी से बैठकर इस लूट को होते हुए देख रही है I सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि देश का कोयला इस्तेमाल न करके विदेशों से कोयला आयात किया जा रहा है और उस कोयले को अपने ही देश में दोगुने दामों पर बेचा जा रहा है I उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह कोयला विदेशों से मंगाकर भारत में दोगुने दामों पर बेचा जा रहा है उसका भार सीधे तौर पर इस देश की जनता की जेब पर पड़ेगा I उन्होंने बताया कि यह कोयला हमारे देश के बिजली बनाने वाले प्लांटों में इस्तेमाल किया जाता है I विदेशों से ख़रीदे हुए इस कोयले को यदि बिजली प्लांटों में इस्तेमाल किया जाएगा, तो उसकी क़ीमत की भरपाई करने के लिए यह पैसा इस देश की जनता की जेब से बिजली के बिल में जोड़कर वसूला जाएगा I उन्होंने बताया कि अख़बार में छपी रिपोर्ट इस मामले से जुड़े सभी डाटा को एकत्र करके छापी गई है I उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में लगाए गए आरोप बिलकुल वैसे ही प्रतीत होते हैं जैसे कि पूर्व में भी 2014 में अदानी ग्रुप पर लग चुके हैं I
इस रिपोर्ट में प्रस्तुत किए गए आंकड़ों का हवाला देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि आंकड़ों को देखकर साफ़ ज़ाहिर होता है, कि किस प्रकार से इस देश की जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा लूटा जा रहा है I उन्होंने बताया कि रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों में यह दर्शाया गया है, कि जब कोयला किसी अन्य देश से भारत के लिए आयात होता है, तो उदाहरण के तौर पर उसकी क़ीमत 1 करोड़ रुपये है, परंतु जब वह भारत पहुँचता है, तो उसकी क़ीमत लगभग दुगनी अर्थात 2 करोड़ या उससे भी अधिक दिखाई जाती है I इस कथित भ्रष्टाचार पर एक और ख़ुलासा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि यदि इस रिपोर्ट को हम ध्यान से देखें तो एक महत्वपूर्ण बात निकलकर सामने आती है, कि अडानी ग्रुप इस कोयले के आयात का व्यापार 3 कंपनियों के साथ ही लगातार कर रहे हैं I उन्होंने कहा कि इन कम्पनियां का व्यापार रिकॉर्ड देखने पर यह भी पता चलता है कि यह कंपनियां अपना अधिकतर बिज़नेस सिर्फ़ अडानी ग्रुप के साथ ही करती हैं I उन्होंने कहा कि यह बेहद ही चौंकाने वाली बात है की छोटी छोटी कंपनियां लाखों मिलियन डॉलर का बिज़नेस कर रही हैं I इस रिपोर्ट को देखकर ऐसा प्रतीत होता है की जैसे आयात और निर्यात के बिजनिस का एक ढोंग रचाकर देश की जनता को लूटा जा रहा है I रिपोर्ट के आधार पर बड़ी ही चौंकाने वाली बात बताते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस प्रकार से वह कंपनियां वह लोग जो कथित मनी लॉन्डरिंग का काम करते हैं, इस प्रकार की प्रक्रिया को अपनाते हैं I प्रक्रिया को विस्तार से समझाते हुए उन्होंने बताया कि इस प्रकार से कंपनियां अपने ही परिचितों से विदेशों से माल ख़रीद कर एक करोड़ के माल को दो करोड़ में ख़रीदा हुआ दिखाकर अपने शेयर होल्डर्स को बेवक़ूफ़ बनाती है और शेयर होल्डर्स को जो 1 करोड़ का लाभ हो सकता था, जो कि कंपनी ने 2 करोड़ बताकर अपने ही परिचित को दे दिया वह लाभ खा जाती हैं I
केंद्र में बैठी भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा कि यह जो पूरा मामला है, इसमें बड़ी बात यह नहीं कि अडानी ग्रुप विदेशों से कोयला सस्ते दामों पर आयात करके अपने देश में दोगुने दामों पर बेच रहा है, बल्कि इसमें बड़ी बात यह है कि यह कथित ठगी जो इस देश की जनता के साथ हो रही है, वह सरकार की देख रेख में हो रही है I क्योंकि अपने देश का कोयला बिजली बनाने के लिए थर्मल पावर स्टेशन में इस्तेमाल न करके, अदानी ग्रुप द्वारा विदेशों से मंगाए गए कोयले को दोगुने दामों पर ख़रीद कर अदानी ग्रुप को लाभ पहुँचाने का काम यह सरकार कर रही है और इस देश की जनता पर डाका मारने का काम कर रही है I सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि यदि इस रिपोर्ट को ग़ौर से पढ़ा जाय तो यह दिखाई पड़ता है, कि अडानी ग्रुप के इस पूरे कारोबार में तीन मध्यस्थ हैं, जिनमें से एक ताइवान में है, एक दुबई में है, और एक सिंगापुर में स्थित है I इन मध्यस्थों के माध्यम से अडानी ग्रुप विदेशों से कोयला आयात करके भारत में लाता है I उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में दिए गए आंकड़ों को देखा जाए तो बेहद ही चौंकाने वाले तथ्य सामने आते हैं I रिपोर्ट के मुताबिक़ पिछले दो साल में अडानी ग्रुप ने इन मध्यस्थों से लगभग पाँच बिलियन डॉलर का कोयला आयात किया और सामान्य क़ीमत और आयात की गई क़ीमत की तुलना करने पर पता चलता है, कि यह कीमत बाजार की कीमत से लगभग दोगुनी क़ीमत पर आयात किया गया I एक बड़ी ही चौंकाने वाली बात का ख़ुलासा करते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जिन तीन कंपनियों के द्वारा अदानी ग्रुप कोयला का व्यापार करता है, उनमे से एक कम्पनी के मालिक का नाम चेंग चुंग लिंग है I यह कंपनी ताइवान शहर मे स्थित है I उन्होंने बताया कि यह वही व्यक्ति है जिसका ज़िक्र पहले भी हिंडन बर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप के साथ चर्चा में आया था I
रिपोर्ट में दी गई जानकारी का हवाला देते हुए सौरभ भारद्वाज ने कहा, कि इस अख़बार ने 2019 लेकर 2021 के बीच में ताइवानी कंपनी के साथ की गई लगभग तीस शिपमेंट की जानकारी इस रिपोर्ट में दी है I इस रिपोर्ट में दो प्रकार के आंकड़े दिए गए हैं I एक तो वह जिस दाम पर विदेश से कोयला निर्यात किया गया और दूसरा वह जिस दाम पर भारत में आयात के समय मूल्य दिखाया गया I उन्होंने कहा यह बेहद ही चौंकाने वाली बात है, कि दोनों ही मूल्यों में बहुत बड़ा अंतर इस रिपोर्ट के माध्यम से देखने को मिलता है I उन्होंने बताया कि अडानी ग्रुप की तरफ़ से इस कोयले की ख़रीद फ़रोख़्त में ऐसा दिखाया गया है, कि यह कोयला 3 चार लोगों के द्वारा पास होता हुआ भारत तक पहुँचा है, जबकि फ़ाइनेंशियल टाइम्स की इस रिपोर्ट के मुताबिक यह कोयला इंडोनेशिया से सीधे तौर पर भारत आया है I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस प्रकार की फ़र्ज़ी लेयरिंग सामान्यतः मनी लॉन्डरिंग का कारोबार करने के लिए की जाती है I
इस कथित भ्रष्टाचार के ख़ुलासे के संबंध में इसी रिपोर्ट में दिए गए एक और आंकड़े को विस्तार से बताते हुए सौरभ भारद्वाज ने बताया, कि जब हम इस रिपोर्ट को पढ़ते हैं तो इसमें एक शिपमेंट का ज़िक्र लिखा हुआ है I यह शिपमेंट एक साउथ कोरियन व्यक्ति द्वारा किया गया है, जो कि इंडोनेशिया से लगभग 74,820 टन कोयला लेकर भारत आया था I इंडोनेशिया से चलते वक़्त इस कोयले की कुल क़ीमत 1.9 मिलियन डॉलर थी, जबकि जब यह शिपमेंट भारत में अडानी पोर्ट पर पहुँचा तो इस कोयले क़ीमत 4.3 मिलियन डॉलर दिखाई गई, अर्थात लगभग दोगुने से भी ज़्यादा इसकी क़ीमत दिखाई गई I सौरभ भारद्वाज ने कहा कि इस रिपोर्ट में फ़ाइनेंशियल टाइम ने इस संबंध में बहुत सारे विशेषज्ञों से बातचीत की और बातचीत में यह बात सामने आयी कि कोयले के आयात निर्यात में जो कमीशन मध्यस्थों का होता भी है तो वह मात्र कुछ हजार डॉलर में ही होता है, जबकि इस मामले में इन्डोनेशिया से निकलते समय इस शिपमेंट की कीमत 1.9 मिलियन थी और भारत पहुंचने पर इस एक शिपमेंट में आए 74,820 टन कोयले की क़ीमत का वह अंतर लगभग दोगुने से भी ज़्यादा का है I
इस रिपोर्ट के मुताबिक अदानी ग्रुप अधिकतर तीन कंपनियों के माध्यम से यह कोयला भारत में आयात करते हैं I सौरभ भारद्वाज ने बताया कि जब इन कंपनियों के बारे में जांच की गई तो पता चला कि इनमें से एक कंपनी जिसका नाम हाई लिंगोंज़ है जो कि टिपय में एक छोटे से कमरे में इस कंपनी का संचालन किया जाता है I उन्होंने कहा कि यह बेहद ही हैरान करने वाला आंकड़ा हैं कि छोटी छोटी कंपनी ने सितंबर 2021 से जुलाई 2023 के बीच में 2000 शिपमेंट के जरिए से लगभग 73 मिलियन टन कोयला भारत में अदानी ग्रुप को निर्यात किया है I
वहीं, पार्टी की प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि रिपोर्ट के अनुसार कोयले की कीमत जानबूझ कर बढ़ाई जा रही है। अडानी ग्रुप ने इंडोनेशिया में जो पेपर जमा किए हैं उसके अनुसार इंडोनेशिया से भारत के लिए चली एक शिप थी, उसके कोयले की कीमत करीब 16 करोड़ रुपए थी। वही शिप जब भारत में अडानी के पोर्ट पर पहुंची तब उसकी कीमत 36 करोड़ रुपए हो गई। एक शिप पर 20 करोड़ रुपए का घोटाला किया गया। ये बीस करोड़ रुपए सीधे सीधे अडानी के पास गया। ऐसे ही हजारों लाखों शिप हमारे देश में आ रही हैं। मोदी जी की सरकार आने के बाद 2014 से अब तक लाखों करोड़ रुपए का घोटाला हुआ है और ये पैसा अडानी कंपनी के पास गया है। जब मोदी जी प्रधानमंत्री बने थे, उस अडानी ग्रुप की कुल संपत्ति 8 हजार करोड़ रुपए थी, जो 2022 में बढ़कर 23 लाख करोड़ रुपए हो गई। ये पैसा देश की जनता का है। जिसे हम बिजली के बिल के रूप में देते हैं। मोदी सरकार ईडी सीबीआई से सबकी जांच करवाती है लेकिन अडानी ग्रुप पर कोई जांच नहीं हो रही है। आम आदमी पार्टी केंद्र सरकार से अडानी ग्रुप की जांच की मांग करती है। साथ ही अडानी द्वारा जनता से लूटा गया पैसा वापस जनता को किया जाए।
प्रेस वार्ता में मौजूद आम आदमी पार्टी के विधायक कुलदीप कुमार ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा, कि जिस प्रकार से यह कोयल की खरीद फरोख्त में कथित भ्रष्टाचार का कारोबार चल रहा है, कहीं ना कहीं इस भ्रष्टाचार की मार देश की आम जनता को ही झेलनी पड़ेगी I उन्होंने कहा जिस प्रकार से अपने देश का कोयला इस्तेमाल न करके बाजार मूल्य से दुगने दामों में विदेश से कोयला मंगाया जा रहा है और उसे बिजली बनाने के प्लांट में उपयोग किया जा रहा है, उससे एक बात साफ तौर पर साबित हो जाती है, कि इस दुगनी कीमत को वसूलने के लिए बिजली के दामों में बढ़ोतरी की जाएगी I उन्होंने कहा की दुगने दामों में जो कोयला विदेश से मंगाया जा रहा है, इसकी भरपाई इस देश की भोली भाली और मासूम जनता को करनी पड़ेगी I इस लूट की सारी मार इस देश की गरीब जनता की जेब पर पड़ेगी I उन्होंने केंद्र सरकार से अपील करते हुए यह कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा सरकार इस मामले को गंभीरता से ले और इसकी जांच कराई जाए और यदि किसी भी प्रकार की अनियमितताएं इसमें पाई जाती हैं, तो दोषी के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाए और इस देश की जनता के साथ इंसाफ किया जाए I