लुधियाना (The News Air) हरियाणा दिल्ली बार्डर पर सोनीपत के पास सड़क हादसे में मारे गए फिल्म अभिनेता दीप सिद्धू की मौत को आज 15 फरवरी को एक साल हो गया है। जगराओं में आज उनकी यादगार बनाई जा रही है। सप्ताह पहले दीप की महिला मित्र रीना राय ने दावा किया था कि दीप की सड़क हादसे में मौत हुई है। किसी साजिश के तहत उसे मारा नहीं गया।
गर्लफ्रेंड रीना राय ने सोशल मीडिया पर आज दीप सिद्धू को याद करते हुए पोस्ट भी डाली।
गर्लफ्रेंड के इस दावे को वारिस पंजाब के भाई अमृतपाल सिंह ने सिरे से नकारा। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान की हुकूमत ने धोखे से दीप सिद्धू को शहीद किया है। इस साजिश को हादसे की शक्ल दी गई है।
दीप सिद्धू की इसी कार में हुई थी हादसे के दौरान मौत।
आज उन्होंने भी बरसी आयोजित करनी थी, लेकिन सिद्धू के परिवार द्वारा समागम रखा गया है। जिस कारण उन्होंने आज समागम रखा नहीं। दीप सिद्धू की बरसी पर सिक्ख जत्थेबंदियां पहुंचनी शुरू हो चुकी हैं। वहीं, जिस कार में सिद्धू की हादसे के दौरान मोत हो गई थी, उस कार को भी समागम में लाया गया।
19 फरवरी को उनकी जत्थेबंदी द्वारा गांव शहीद भाई गुरजंट सिंह बुधवाला में गेट का भी उद्घाटन किया जाएगा। भाई अमृतपाल ने कहा कि गांव बुधसिंह वाला में बड़ी संख्या में संगत पहुंचे और अमृतधारी बनें। बता दें कि दीप सिद्धू वारिस पंजाब के मुखी रहे हैं।
महिला मित्र का दावा
दुर्घटना के वक्त दीप सिद्धू के साथ गाड़ी में सवार उसकी महिला मित्र रीना राय ने कई खुलासे किए हैं। रीना ने सोशल मीडिया पर वीडियो डालकर दीप सिद्धू की पत्नी और परिवार पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। रीना राय ने कहा जिस हादसे में दीप सिद्धू की मौत हुई, उसमें किसी तरह की कोई साजिश नहीं थी। दीप सिद्धू के चाहने वालों को हादसे के पीछे साजिश का नाम देकर गुमराह किया गया।
दीप उस समय गाड़ी स्पीड से चला रहा था। काफी दिनों तक यह प्रचारित-प्रसारित किया जाता रहा कि साजिश की जांच हो रही है, जबकि सच्चाई यह है कि इसकी कोई जांच ही नहीं हुई। उसने दीप के भाई मनदीप को भी बताया था कि यह एक साधारण हादसा था।
दीप सिद्धू की जानकारी छिपाई गई
रीना राय ने कहा कि जब हादसा हुआ, उस वक्त वह सीट पीछे कर सोई हुई थी। जब गाड़ी टकराई तो उसकी आंख खुली। दोनों को हादसे के बाद अस्पताल में ले आए। वहां पर रीना ने कहा कि उसने दीप के भाई मनदीप, दोस्त सिमर और ड्राइवर टोनी से पूछा कि दीप कहां हैं, लेकिन उससे जानकारी छिपाई गई।
उसे तुरंत भारत छोड़कर अमेरिका जाने के लिए कहा गया। कहने लगे कि यहां पर तरह-तरह के सवाल पूछे जाएंगे और आप US चले जाओ। योजना के तहत उसे अमेरिका भेजा गया। उसे अंतिम संस्कार और अंतिम अरदास में शामिल होने से रोका गया।