चंडीगढ़, 13 जनवरी (The News Air) पंजाब (Punjab) के खनौरी बॉर्डर (Khannauri Border) पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल (Jagjit Singh Dallewal) का अनशन आज 49वें दिन भी जारी है। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को चिंताजनक बताया है। उनका शरीर अब मांस को खुद ही खा रहा है। वहीं, दूसरी ओर शंभू (Shambhu) और खनौरी मोर्चे के किसानों की आज SKM (Samyukt Kisan Morcha) के नेताओं के साथ अहम बैठक है, जिसमें आंदोलन को और बड़ा बनाने की रणनीति पर चर्चा हो सकती है।
अनशन पर डल्लेवाल की स्थिति चिंताजनक : फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की कानूनी गारंटी और 13 अन्य मांगों को लेकर अनशन पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल की तबीयत दिन-ब-दिन बिगड़ रही है। डॉक्टरों के अनुसार:
- शारीरिक क्षति: उनका मांस सिकुड़ने लगा है, और शरीर खुद को ही खा रहा है।
- मेडिकल निगरानी: पंजाब सरकार ने अनशन स्थल पर अस्थायी अस्पताल और एंबुलेंस की व्यवस्था की है, लेकिन डल्लेवाल ने मेडिकल सहायता लेने से इनकार कर दिया है।
SKM की मीटिंग: आंदोलन को नई दिशा मिलने की उम्मीद: आज पटियाला (Patiala) के पास पातडां (Patran) में संयुक्त किसान मोर्चा (SKM) के नेता शंभू और खनौरी बॉर्डर के किसान नेताओं के साथ बैठक करेंगे।
- संभावित फैसले:
- SKM का समर्थन मिलने पर आंदोलन देशव्यापी हो सकता है।
- 40 से अधिक किसान संगठनों की भागीदारी संभव है।
- महत्व: SKM ने दिल्ली के तीन कृषि कानूनों के विरोध में सफल आंदोलन किया था।
धरने पर किसानों का उत्साह बरकरार : खनौरी बॉर्डर पर किसान लगातार अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं।
- आज का कार्यक्रम:
- सोनीपत (Sonipat) से किसानों का जत्था पहुंचेगा।
- केंद्र की कृषि मार्केट पॉलिसी के ड्राफ्ट की कॉपियां जलाने की योजना।
- 26 जनवरी तक: हरियाणा (Haryana) के विभिन्न जिलों से किसान बॉर्डर पर जुटेंगे।
दो किसानों की मौत, एक ने सुसाइड किया : खनौरी बॉर्डर पर 10 महीने से प्रदर्शन कर रहे किसानों में से दो की हाल ही में मौत हो चुकी है।
- जग्गा सिंह (80):
- मृत्यु: पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में इलाज के दौरान।
- पृष्ठभूमि: फरीदकोट (Faridkot) के निवासी।
- रेशम सिंह (55):
- कारण: शंभू बॉर्डर पर सल्फास निगलकर आत्महत्या।
- सुसाइड नोट: सरकार को मौत का जिम्मेदार ठहराया।
भाजपा नेता सुनील जाखड़ का बयान : पंजाब बीजेपी प्रमुख सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) ने MSP पर बयान देते हुए कहा कि:
- राष्ट्रीय स्तर पर MSP लागू होने से: पंजाब और हरियाणा के किसानों को मौजूदा लाभ से हाथ धोना पड़ेगा।
- फोकस: गेहूं और धान पर मौजूदा MSP नीति ही बेहतर है।
जगजीत सिंह डल्लेवाल का 49 दिन से जारी अनशन और उनकी बिगड़ती तबीयत किसान आंदोलन की गंभीरता को दर्शाती है। SKM की आज की बैठक इस आंदोलन की दिशा और दशा तय करने में अहम साबित हो सकती है। दूसरी ओर, केंद्र और राज्य सरकारों के बीच MSP को लेकर मतभेद और किसानों के प्रति सियासी बयानबाजी भी तेज हो रही है।