The News Air- (नई दिल्ली) पंजाब के मोगा का एक पूरा परिवार सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में सात महीने से डटा हुआ है। शुक्रवार को PM मोदी के ऐलान के बाद परिवार की चौथी में पढ़ने वाली बच्ची प्रभजोत हाथ में तिरंगा और किसान यूनियन का झंडा थामे ख़ुशी से झूमती रही। ख़ुश होने का कारण पूछा तो बच्ची ने कहा कि सभी ख़ुश दिख रहे हैं तो मैं भी ख़ुश हूं। उसके पापा अभी गाड़ी में बॉर्डर घुमाएगे।
प्रभजोत अपने पिता कुलदीप सिंह के साथ पिछले 9 महीने से सिंघु बॉर्डर पर ही है। किसान आंदोलन के मंच के साथ ही उनका ठिकाना है। कुलदीप ने बताया कि आंदोलन शुरू होने पर यहां आया था। कुछ दिन बाद वह लौट गया। उसके बाद दोबारा आया और अब अपनी तीन बेटियों, बेटे, पत्नी और मां के साथ पिछले सात महीने से यहीं डटा है। प्रभजोत सबसे छोटी बेटी है। सरकार तीनों आंदोलन वापस ले रही है, इस कारण अन्य किसानों के साथ उनका परिवार भी ख़ुश है।
अच्छी बात है, जल्दी समझ आ गया
कृषि क़ानून वापस लेने के ऐलान के संबंध में कुलदीप ने कहा कि अच्छी बात है। जल्द ही समझ आ गया। हम तो डटे हुए हैं, बैठे हुए हैं। क़ानून तो रद्द करवाकर ही वापस लौटना था। हम तो परेशान थे ही आम लोगों को भी परेशानी हो रही थी। पंजाब ने हमेशा दूसरों के लिए लड़ाइयां लड़ी हैं। हम तानाशाह सरकार के ख़िलाफ़ रोष जता रहे थे।
ख़ूब झूमा परिवार, बच्चों के साथ बॉर्डर घूमा
कुलदीप बाद में अपने पूरे परिवार को लेकर बॉर्डर घुमाने निकल गए। चारों बच्चे जहां बाइक के साथ लगी ट्राली में चारों कोनों पर खड़े थे और पत्नी अंदर बैठी थी। पूरे परिवार ने झूमते हुए बताया कि सबकी ख़ुशी में उनकी भी ख़ुशी है।