Ex-RBI Governor Shaktikanta Das: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर शक्तिकांत दास (Shaktikanta Das) को रिटायरमेंट के दो महीने बाद ही एक नई और अहम जिम्मेदारी मिली है। दास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) का प्रधान सचिव-2 (Principal Secretary-2) नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति तब तक प्रभावी रहेगी जब तक प्रधानमंत्री मोदी का कार्यकाल समाप्त नहीं हो जाता। इस संबंध में आधिकारिक आदेश जारी कर दिया गया है।
6 साल तक RBI गवर्नर रहे शक्तिकांत दास
दास का RBI गवर्नर के रूप में कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को समाप्त हुआ था। वे दिसंबर 2018 में इस पद पर नियुक्त हुए थे और पूरे 6 वर्षों तक भारतीय रिजर्व बैंक का नेतृत्व किया। उनके कार्यकाल के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था में कई बड़े बदलाव देखे गए। उनकी सेवानिवृत्ति के बाद संजय मल्होत्रा (Sanjay Malhotra) को नया आरबीआई गवर्नर नियुक्त किया गया।
IAS अधिकारी से लेकर Principal Secretary-2 तक का सफर
शक्तिकांत दास 1980 बैच के तमिलनाडु (Tamil Nadu) कैडर के IAS अधिकारी हैं। उन्होंने अपनी सेवा अवधि में कई महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां निभाई हैं। मई 2017 तक दास इकोनॉमिक अफेयर्स (Economic Affairs) के सचिव भी रहे। इसके अलावा, वे 15वें वित्त आयोग (15th Finance Commission) के सदस्य के रूप में भी कार्य कर चुके हैं।
नोटबंदी के समय निभाई अहम भूमिका
भारत में नोटबंदी (Demonetization) के समय शक्तिकांत दास की भूमिका काफी अहम मानी जाती है। उन्होंने न केवल इस बड़े फैसले के कार्यान्वयन में सरकार का समर्थन किया, बल्कि इसके प्रभावों को भी संभालने में योगदान दिया। इसके अलावा, वे ब्रिक्स (BRICS), इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड (IMF) और सार्क (SAARC) जैसे अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
प्रधान सचिव-2 के रूप में नई चुनौतियाँ
प्रधान सचिव-2 के रूप में शक्तिकांत दास को अब प्रधानमंत्री मोदी के साथ मिलकर नीतिगत निर्णयों में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उनकी विशेषज्ञता और अनुभव सरकार के लिए लाभदायक साबित हो सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि दास इस नई भूमिका में किस तरह से योगदान देते हैं।