Imran Khan Bushra Bibi Jail Sentence: पाकिस्तान की राजनीति में एक बार फिर बड़ा भूचाल आ गया है। अडियाला जेल में चल रही लंबी सुनवाई के बाद, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी को 17-17 साल कैद की सजा सुनाई गई है। यह फैसला एक महंगे ‘बुल्गारी ज्वेलरी सेट’ को बेहद मामूली कीमत पर खरीदने और भ्रष्टाचार करने के आरोप में आया है, जिसने पूर्व वर्ल्ड कप विजेता कप्तान की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
स्पेशल जज सेंट्रल शाहरुख अरजुमंद ने अडियाला जेल के अंदर 80 सुनवाई पूरी करने के बाद यह कड़ा फैसला सुनाया। इमरान खान पहले से ही एक अन्य मामले में 14 साल की सजा काट रहे हैं, जबकि बुशरा बीबी को भी 7 साल की सजा पहले ही मिल चुकी है। अब दोनों पति-पत्नी को एक साथ 17 साल की लंबी सजा ने उनके राजनीतिक भविष्य पर ग्रहण लगा दिया है।
बुशरा बीबी और ‘जिन्नों’ की चर्चा
इस सजा के ऐलान के साथ ही पाकिस्तान में एक अलग तरह की चर्चा शुरू हो गई है। लोग सोशल मीडिया और गलियारों में चुटकियां ले रहे हैं कि आखिर ‘जिन्नों से बात करने वाली’ बुशरा बीबी इस बार अपने शौहर और खुद को क्यों नहीं बचा पाईं? दरअसल, बुशरा बीबी की छवि एक ‘स्पिरिचुअल हीलर’ (आध्यात्मिक उपचारक) की रही है। 2018 में इमरान से शादी से पहले वह उनकी आध्यात्मिक मार्गदर्शक थीं।
कहा जाता है कि बुशरा बीबी इमरान के विचलित मन को शांत करती थीं और धीरे-धीरे इमरान को पांच बच्चों की मां बुशरा से प्यार हो गया। लेकिन शादी के बाद यह बातें फैलने लगीं कि बुशरा काला जादू करती हैं और जिन्नों से बातें करती हैं। इमरान की ही पार्टी की नेता उज्मा की एक लीक कॉल रिकॉर्डिंग ने इस दावे को हवा दी थी, जिसमें कहा गया था कि बुशरा को पता चल जाता है कि इमरान का दिन कैसा बीता।
पर्दे के पीछे की ‘गॉडमदर’
रिपोर्ट्स के मुताबिक, बुशरा बीबी का प्रभाव सिर्फ घर तक सीमित नहीं था, बल्कि वह सरकार चलाने में भी दखल देती थीं। उन्हें पीटीआई (PTI) पार्टी के अंदर ‘गॉडमदर’ तक कहा जाने लगा था। किस्सा तो यहां तक मशहूर है कि जब इमरान प्रधानमंत्री थे, तब बुशरा ने सिर्फ इसलिए 20 बड़े अधिकारियों का ट्रांसफर करवा दिया था क्योंकि उन्होंने बुशरा के लिए दरवाजा खोलने में देरी कर दी थी।
कहा जाता है कि इमरान खान अपनी पत्नी पर इतना भरोसा करते थे कि पार्टी में विरोध या महिलाओं की नाराजगी को शांत करने के लिए बुशरा को ही आगे करते थे। आलोचकों का मानना है कि इमरान खान हर छोटे-बड़े फैसले के लिए अपनी पत्नी के “पल्लू में छिपे रहते थे” और उनसे सलाह लेते थे।
आम जनता पर असर
पाकिस्तान की जनता, जो पहले ही महंगाई और राजनीतिक अस्थिरता से जूझ रही है, इस फैसले को लोकतंत्र के लिए एक और झटके के रूप में देख रही है। इमरान के समर्थकों में निराशा है कि उनके नेता को लगातार मुकदमों में उलझाया जा रहा है, जिससे देश में विपक्ष की आवाज कमजोर हो सकती है।
इमरान की सफाई और वास्तविकता
इमरान खान ने हमेशा अपनी पत्नी का बचाव किया है। उन्होंने मीडिया साक्षात्कारों में बुशरा को बेहद बुद्धिमान बताया था और स्वीकार किया था कि वह सरकार से जुड़े हर मुद्दे पर उनसे चर्चा करते हैं। बुशरा अपनी आलोचनाओं पर कहती रही हैं कि वह हमेशा पर्दे में रहती हैं क्योंकि यह उनका अल्लाह से वास्ता रखने का तरीका है। लेकिन अब, जब दोनों को 17 साल की सजा मिली है, तो यह सवाल उठ रहा है कि क्या वाकई इमरान एक “कच्चे खिलाड़ी” साबित हुए जो पूरी तरह अपनी पत्नी के प्रभाव में थे?
जानें पूरा मामला
यह सजा इमरान खान और बुशरा बीबी के लिए नई मुसीबत है। इमरान को पहली बार 9 मई 2023 को गिरफ्तार किया गया था और फिर अगस्त 2023 में तोशाखाना मामले में दोबारा पकड़ा गया। हाल ही में संयुक्त राष्ट्र ने भी इमरान के साथ जेल में हो रहे कथित दुर्व्यवहार और एकांत कारावास पर चिंता जताई थी। लेकिन अब बुलगारी ज्वेलरी सेट मामले में आई इस नई सजा ने उनकी रिहाई की उम्मीदों को और दूर धकेल दिया है।
मुख्य बातें (Key Points)
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इमरान खान और बुशरा बीबी को बुल्गारी ज्वेलरी सेट भ्रष्टाचार मामले में 17-17 साल की जेल हुई।
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स्पेशल जज शाहरुख अरजुमंद ने अडियाला जेल में 80 सुनवाई के बाद यह फैसला सुनाया।
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पाकिस्तान में बुशरा बीबी के ‘काला जादू’ और ‘जिन्नों से बात करने’ के दावों पर लोग तंज कस रहे हैं।
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बुशरा बीबी पर पर्दे के पीछे से सरकार चलाने और अधिकारियों के ट्रांसफर करवाने के आरोप लगते रहे हैं।






