नई दिल्ली (New Delhi) 15 जनवरी (The News Air): पंजाब (Punjab) के कपूरथला (Kapurthala) जिले के भुलत्थ (Bholath) क्षेत्र से कांग्रेस (Congress) विधायक सुखपाल सिंह खैहरा (Sukhpal Singh Khaira) को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से बड़ी राहत मिली है। सुप्रीम कोर्ट ने प्रवर्तन निदेशालय (ED) की वह याचिका खारिज कर दी जिसमें खैहरा की जमानत रद्द करने की मांग की गई थी।
ਦੋਸਤੋ, ਮੈਨੂੰ ਇਹ ਦੱਸਦਿਆਂ ਖੁਸ਼ੀ ਹੋ ਰਹੀ ਹੈ ਕਿ ਅੱਜ (Supreme Court) ਮਾਨਯੋਗ ਸੁਪਰੀਮ ਕੋਰਟ ਨੇ ਮੇਰੀ ਜ਼ਮਾਨਤ ਰੱਦ ਕਰਵਾਉਣ ਦੀ ਕੋਸ਼ਿਸ਼ ਕਰ ਰਹੀ ED ਦੀ ਉਸ ਅਰਜ਼ੀ ਨੂੰ ਖਾਰਜ ਕਰ ਦਿੱਤਾ ਹੈ, ਜੋ ਜ਼ਮਾਨਤ 2022 ਵਿੱਚ ਹਾਈਕੋਰਟ ਵੱਲੋਂ ਮੇਰੇ ਵਿਰੁੱਧ ਸਿਆਸੀ ਬਦਲਾਖ਼ੋਰੀ ਤੋਂ ਪ੍ਰੇਰਿਤ ਕੇਸ ਵਿੱਚ ਦਿੱਤੀ ਗਈ ਸੀ – ਖਹਿਰਾ @INCIndia… pic.twitter.com/PjXfBKTUYh
— Sukhpal Singh Khaira (@SukhpalKhaira) January 15, 2025
विधायक खैहरा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर एक वीडियो जारी कर इसे “सच्चाई की जीत” करार दिया। उन्होंने कहा, “मुझे खुशी है कि सुप्रीम कोर्ट ने राजनीति से प्रेरित मामले में मेरे खिलाफ ईडी की अर्जी खारिज कर दी। यह मेरी सच्चाई और न्याय की जीत है।”
क्या था मामला? : विधायक सुखपाल सिंह खैहरा ने बताया कि वर्ष 2021 में उनके घर पर ईडी (ED) द्वारा रेड की गई थी। उन्हें चुनाव से पहले गिरफ्तार कर पटियाला जेल (Patiala Jail) भेजा गया, लेकिन बाद में पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab & Haryana High Court) ने उन्हें जमानत दे दी।
ईडी की कोशिश: ईडी ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर खैहरा की जमानत रद्द करने और उन्हें फिर से गिरफ्तार करने की मांग की थी। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने इसे राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया।
विधायक का बयान: सुखपाल सिंह खैहरा ने कहा, “सच्चाई में ताकत होती है। मैंने किसी के साथ गलत नहीं किया। मेरा ईडी से आग्रह है कि करोड़ों रुपए लूटने वाले असली अपराधियों के पीछे जाएं और आम लोगों को परेशान न करें।”
उन्होंने पंजाब सरकार पर भी निशाना साधते हुए कहा कि राज्य सरकार ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने निचली अदालत में उस केस पर भी कार्रवाई रोकने का आदेश दिया है।
ईडी और राजनीति का खेल: यह मामला राजनीति से प्रेरित होने का दावा किया गया है। खैहरा ने कहा, “मुझे चुनावों के समय झूठे केस में फंसाकर परेशान किया गया। लेकिन सच हमेशा जीतता है, और आज यह साबित हो गया।”
कांग्रेस नेताओं का समर्थन: कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने भी इस फैसले का स्वागत किया है। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इसे न्यायिक प्रणाली की जीत और राजनीतिक प्रतिशोध के खिलाफ एक मजबूत संदेश बताया है।
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले ने कांग्रेस विधायक सुखपाल सिंह खैहरा (Sukhpal Singh Khaira) को बड़ी राहत दी है। खैहरा ने इसे सच्चाई और न्याय की जीत बताया है। यह मामला न केवल पंजाब बल्कि देशभर में राजनीति और न्याय प्रणाली के बीच संतुलन का अहम उदाहरण बन गया है।