रायपुर (Raipur)15 जनवरी (The News Air): छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate – ED) ने 2200 करोड़ रुपये के शराब घोटाले (Liquor Scam) के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए कांग्रेस विधायक और पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा (Kawasi Lakhma) को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी रायपुर में ED दफ्तर में हुई, जहां लखमा से तीसरी बार पूछताछ की जा रही थी।
बहुचर्चित शराब घोटाला
पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा गिरफ्तार #ED दफ़्तर में सुबह 11 बजे से कवासी लखमा और उसके बेटे से पूछताछ चल रही थी
पुलिस उन्हें ED दफ्तर से गिरफ्तार कर कोर्ट के लिए हुई रवाना#Chhattisgarh #KawasiLakhma #शराब_घोटाला pic.twitter.com/sr8TSVvlEI
— Anshuman Sharma (@anshuman_sunona) January 15, 2025
ED के पास शराब घोटाले में लखमा के खिलाफ मजबूत सबूत होने का दावा किया गया है। गिरफ्तारी के बाद कवासी लखमा को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
ED का बयान: घोटाले में लखमा की अहम भूमिका : ईडी के आधिकारिक बयान के अनुसार, “शराब घोटाले में कवासी लखमा की सक्रिय भागीदारी के पुख्ता सबूत मिले हैं।” इससे पहले इस मामले में रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर (Aijaz Dhebar) के भाई अनवर ढेबर (Anwar Dhebar), आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी (AP Tripathi) समेत पांच लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
कैसे हुआ 2200 करोड़ का घोटाला? : ED की जांच में खुलासा हुआ है कि यह घोटाला शराब के उत्पादन, वितरण और बिक्री से जुड़े विभिन्न चरणों में किया गया। इसमें अवैध कमीशन और टैक्स चोरी के जरिए सरकारी खजाने को भारी नुकसान पहुंचाया गया।
शराब कारोबारी, अधिकारी और राजनेता मिलकर इस घोटाले को अंजाम दे रहे थे। सूत्रों के अनुसार, कवासी लखमा पर आरोप है कि उन्होंने आबकारी मंत्री रहते हुए इस घोटाले में मुख्य भूमिका निभाई।
पिछली गिरफ्तारियां और ED की रणनीति : इससे पहले ED ने घोटाले में शामिल अन्य प्रमुख लोगों को गिरफ्तार किया था। इनमें रायपुर के पूर्व महापौर एजाज ढेबर के भाई अनवर ढेबर का नाम सबसे चर्चित रहा। इनके अलावा, आबकारी विभाग के अधिकारी एपी त्रिपाठी और कुछ अन्य ठेकेदारों को भी हिरासत में लिया गया।
ED अब इस मामले में और गहराई तक जांच कर रही है। सूत्रों के अनुसार, जल्द ही और भी नाम उजागर हो सकते हैं।
छत्तीसगढ़ की राजनीति में हड़कंप : कवासी लखमा की गिरफ्तारी से छत्तीसगढ़ की राजनीति में हलचल मच गई है। कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने इस कार्रवाई को राजनीति से प्रेरित बताते हुए ED पर निशाना साधा है।
कांग्रेस के प्रवक्ता का बयान: “यह केंद्र सरकार की साजिश है। ईडी को सिर्फ विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है।”
राजनीतिक हलचल और AAP का बयान : आम आदमी पार्टी (AAP) और बीजेपी (BJP) ने इस मामले को लेकर कांग्रेस पर हमला बोला है। बीजेपी ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है।
आगे की कार्रवाई : कवासी लखमा को कोर्ट में पेश किए जाने के बाद उनकी हिरासत की अवधि तय की जाएगी। ईडी अब इस मामले में अन्य संदिग्धों से पूछताछ की योजना बना रही है।
कवासी लखमा की गिरफ्तारी ने छत्तीसगढ़ में सियासी तूफान ला दिया है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ED की आगे की कार्रवाई से इस मामले में कौन-कौन से नए नाम जुड़ते हैं और इसका छत्तीसगढ़ की राजनीति पर क्या असर पड़ता है।