Bank of Maharashtra Share News: शेयर बाजार में सरकारी बैंकों (PSU Banks) का जलवा कायम है, लेकिन एक सरकारी बैंक ऐसा भी है जिसके निवेशकों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। जहां एक तरफ तमाम पीएसयू बैंक नई ऊंचाइयां छू रहे हैं, वहीं बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयरों में लगातार गिरावट का दौर जारी है।
बाजार में आई एक रिपोर्ट ने इस गिरावट को और गहरा दिया है, जिसके मुताबिक सरकार इस बैंक में अपनी हिस्सेदारी कम करने की योजना बना रही है। यह खबर आते ही निवेशकों में अफरा-तफरी मच गई और शेयर लाल निशान में गोते लगाने लगा।
लगातार तीन दिनों से टूट रहा शेयर
बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयरों में पिछले तीन कारोबारी सत्रों से लगातार कमजोरी देखी जा रही है। 1 दिसंबर को यह गिरावट और भी तेज हो गई। कारोबारी हफ्ते की शुरुआत में बैंक का शेयर 58.81 रुपये पर खुला, लेकिन बिकवाली के दबाव के चलते यह लुढ़ककर 57.25 रुपये के निचले स्तर पर पहुंच गया। बाजार के जानकारों का मानना है कि हिस्सेदारी बिक्री की खबरों ने निवेशकों के सेंटीमेंट को बुरी तरह प्रभावित किया है।
सरकार क्यों बेचना चाहती है हिस्सेदारी?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सरकार बैंक ऑफ महाराष्ट्र में अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की तैयारी कर रही है। इसके पीछे की मुख्य वजह सेबी (SEBI) का वह नियम है, जिसके तहत किसी भी लिस्टेड कंपनी में कम से कम 25 प्रतिशत पब्लिक शेयरहोल्डिंग (आम जनता की हिस्सेदारी) होना अनिवार्य है।
सितंबर 2025 तक के आंकड़ों के अनुसार, बैंक में सरकार की हिस्सेदारी 79.60 प्रतिशत थी। नियम के मुताबिक इसे 75 प्रतिशत तक लाना जरूरी है, इसलिए सरकार यह कदम उठा रही है। आपको बता दें कि सरकारी कंपनियों में ‘प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया’ (भारत के राष्ट्रपति) प्रमोटर होते हैं, यानी यह हिस्सेदारी राष्ट्रपति के नाम पर होती है।
मर्जर की खबरों से बाकी बैंकों में जश्न
एक तरफ बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयर गिर रहे हैं, तो दूसरी तरफ अन्य सरकारी बैंकों में जश्न का माहौल है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने पिछले महीने संकेत दिया था कि सरकारी बैंकों के मर्जर (विलय) के अगले चरण पर काम शुरू हो गया है। इस बयान के बाद से ही पीएसयू बैंक इंडेक्स में आग लगी हुई है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) ने अपना लाइफटाइम हाई (सर्वकालिक उच्च स्तर) छू लिया है। इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा और केनरा बैंक के शेयरों में भी जबरदस्त तेजी देखी जा रही है। पीएसयू बैंक इंडेक्स में 4 फीसदी तक की उछाल आई है, लेकिन बैंक ऑफ महाराष्ट्र इस रैली में शामिल होने के बजाय पिछले एक महीने में नेगेटिव रिटर्न दे गया है।
जानें पूरा मामला
बैंक ऑफ महाराष्ट्र पब्लिक शेयरहोल्डिंग के नियमों को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। इसी दिशा में कदम उठाते हुए बैंक ने अक्टूबर 2024 में 3500 करोड़ रुपये का क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल प्लेसमेंट (QIP) पूरा किया था, ताकि अपने कैपिटल बेस को मजबूत किया जा सके। हालांकि, अब सरकार द्वारा सीधे 5 फीसदी हिस्सेदारी बेचने की खबर ने शेयर की चाल बिगाड़ दी है, जबकि बाकी पूरा सेक्टर तेजी के दौर से गुजर रहा है।
मुख्य बातें (Key Points)
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बैंक ऑफ महाराष्ट्र के शेयरों में पिछले 3 दिनों से लगातार गिरावट जारी है।
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रिपोर्ट्स के अनुसार सरकार बैंक में अपनी 5% हिस्सेदारी बेचने जा रही है।
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यह कदम 25% पब्लिक शेयरहोल्डिंग के अनिवार्य नियम को पूरा करने के लिए उठाया जा रहा है।
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एसबीआई और पीएनबी जैसे अन्य सरकारी बैंक मर्जर की खबरों से नई ऊंचाइयों पर हैं।






