छह ब्रोकरेज फर्मों का एक साथ किसी सेक्टर की कमाई के अनुमान में कमी करने का मतलब है कि सेक्टर का आउटलुक कमजोर है। Helios Capital के फाउंडर समीर अरोड़ा (Samir Arora) ने यह बात कही है। उन्होंने आईटी सेक्टर (IT Sector) को लेकर अपनी टीम के व्यूज के बारे में बातचीत के दौरान यह कहा। उन्होंने कहा कि मुख्य रूप से तीन बड़ी थीम दिखती हैं। इनमें फाइनेंशियल (Financials), कंज्यूमर (Consumer) और आईटी शामिल हैं। लेकिन, बीते एक साल से हमने आईटी में निवेश नहीं किया है। उन्होंने कहा कि हम अगले तीन से छह महीनों में इस सेक्टर में निवेश नहीं करेंगे।
आईटी सेक्टर पर ब्रोकरेज फर्मों का अनुमान
अरोड़ा ने कहा कि पिछले हफ्ते एक ही साथ छह ब्रोकरेज फर्मों ने आईटी सेक्टर की हर कंपनी की अर्निंग को डाउनग्रेड किया। सवाल यह है कि कैसे सभी तीनों ने एक साथ इस सेक्टर को डाउनग्रेड किया? उन्होंने बताया कि किसी ने उन्हें फोन किया और किसी का मतलब यहां आईटी कंपनियों से है। उन्होंने कहा, “इनमें से एक बड़ी कंपनी ने फोन कर कहा सॉरी, सॉरी, अर्निंग्स को लेकर आपका अनुमान बहुत दूर लगता है। जिस दिन हम रिजल्ट का ऐलान करते हैं हम नहीं चाहते कि हमारा प्रदर्शन कमजोर नजर आए…इसलिए प्लीज अनुमान को बदल दीजिए।”
नई नहीं है आईटी सेक्टर की दिक्कत
ऐसा करने से एनालिस्ट्स सही लगेंगे और कंपनी का प्रदर्शन भी बहुत खराब नहीं लगेगा, क्योंकि अगर कंपनियों का प्रदर्शन अनुमान से बहुत अच्छा नहीं रहता है तो भी उसे बहुत खराब नहीं माना जाएगा। अरोड़ा ने कहा कि पब्लिक और कुछ फॉरेन इनवेस्टर्स आईटी सेक्टर को लेकर बुलिश हैं, लेकिन मेरा मानना है कि इस सेक्टर को लेकर जो दिक्कतें दिख रही हैं वे सिर्फ दो या तीन महीने पुरानी नहीं हैं।
हालात बदलने में लगता है वक्त
हेलियोस के फाउंडर ने कहा, “जब चीजें बिगड़ने लगती हैं तो वे कम से कम एक साल तक बिगड़ती चली जाती हैं… अगर किसी बड़ी कंपनी का रिजल्ट आपको 8 से 12 तिमाही तक निराश करता है तो इसकी उम्मीद कम है कि अगली तिमाही कंपनी कहेगी कि सब कुछ ठीक है। आम तौर पर ऐसी स्थिति से रिकवर करने में तीन से छह महीने का समय लगता है। हो सकता है कि पहले गाइडेंस और एक्सपेक्टेसंस में बदलाव हो और उसके बाद नई वैल्यूएशन सामने आएगी।”
हेलियोस ने आईटी सेक्टर में नहीं किया निवेश
अरोड़ा ने कहा कि उनका 20 फीसदी फंड जो पहले आईटी कंपनियों में निवेश होता था, उसे इस सेक्टर के लिए एलोकेट नहीं किया गया है। आईटी कंपनी से हमारा मतलब जोमैटो से नहीं है। हम इसे कंज्यूमर कंपनी कहते हैं और हम Paytm को आईटी नहीं मानते, हम इसे फाइनेंशियल कंपनी मानते हैं।






