US New Visa Rules के चलते अमेरिका जाने का सपना देख रहे हजारों भारतीयों को बड़ा झटका लगा है। ट्रंप प्रशासन की नई नीतियों ने वीजा प्रक्रिया को इतना सख्त बना दिया है कि अब लोगों की निजी जिंदगी भी जांच के दायरे में आ गई है। अमेरिका के इस कदम ने वहां काम करने वाले और पढ़ने जाने वाले भारतीयों के बीच डर का माहौल पैदा कर दिया है।
एक समय था जब अमेरिका भारत के साथ अपनी दोस्ती का खुला इजहार करता था, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। जब से डोनाल्ड ट्रंप ने पूरी दुनिया पर Tariff थोपा है, तब से भारत और अमेरिका के रिश्तों में खटास आती दिख रही है। अब अमेरिका ने भारतीयों की चिंता को और बढ़ा दिया है। इस बार अमेरिका ने भारत के खिलाफ एक अलग ही खुन्नस निकाली है और राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत को झटका देने की एक और कोशिश की है।
सोशल मीडिया पर अब अमेरिकी ‘पहरा’
अमेरिका के नए वीजा नियम भारतीयों के लिए मुसीबत का सबब बन गए हैं। दरअसल, नए नियमों के मुताबिक अब H-1B और H-4 Visa के जितने भी आवेदक हैं, उन्हें अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स को पब्लिक करना होगा। इसका सीधा मतलब है कि अमेरिका अब आवेदकों की Privacy से छेड़छाड़ करने की तैयारी कर रहा है। चाहे वह X (Twitter) हो, Instagram हो या Facebook, आवेदकों को अपने सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को सार्वजनिक करना होगा ताकि अधिकारी उनकी जांच कर सकें।
15 दिसंबर से लागू होगा नया नियम
यह नया और सख्त नियम अमेरिका में अगले हफ्ते यानी 15 दिसंबर से लागू होने जा रहा है। इस नियम के आने की आहट से ही भारतीयों में घबराहट बढ़ गई है। इस नियम के चलते Consulate में वीजा अपॉइंटमेंट भी रद्द किए जा रहे हैं। इसका सीधा असर कई लोगों की नौकरियों, निजी यात्राओं, Family Plans और पढ़ाई पर पड़ रहा है। जो लोग बरसों से अमेरिका जाने की तैयारी कर रहे थे, उनके सपने अब खतरे में दिखाई दे रहे हैं।
85,000 वीजा हो चुके हैं रद्द
अमेरिका के Department of State ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में चौंकाने वाली जानकारी दी है। उन्होंने लिखा है, “जनवरी से अब तक 85,000 वीजा रद्द (Revoked) किए जा चुके हैं।” पोस्ट में आगे कहा गया है कि राष्ट्रपति ट्रंप और विदेश मंत्री रूबियो एक साधारण आदेश (Simple Mandate) का पालन कर रहे हैं और वे जल्द ही इसे रोकने वाले नहीं हैं। इसका मतलब साफ है कि आने वाले दिनों में वीजा रद्दीकरण का यह आंकड़ा और बढ़ सकता है।
भारतीयों पर सबसे ज्यादा असर क्यों?
इस नियम का सबसे गहरा असर भारत के नागरिकों पर पड़ेगा क्योंकि अमेरिका में भारतीय सबसे ज्यादा High Skilled Visa धारक हैं। आंकड़ों की बात करें तो अमेरिका में 70% से ज्यादा H-1B Visa भारतीयों को मिलते हैं। वहीं, H-4 Visa पर काम करने वाले लोगों में तो 90% तक भारतीय ही शामिल हैं। इन लोगों ने अमेरिका में अपनी दुनिया बसाई है, घर खरीदे हैं और बच्चों की पढ़ाई का इंतजाम किया है। ऐसे में अपनी कानूनी स्थिति (Legal Status) को बनाए रखना उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गई है।
मीम्स और जोक्स पड़ सकते हैं भारी
Experts का कहना है कि नए नियम के तहत अब Consular अधिकारी आवेदकों के सोशल मीडिया पोस्ट देख पाएंगे। वे हर छोटी-बड़ी बात पर गौर करेंगे। अगर किसी ने ट्रंप के खिलाफ कोई राजनीतिक विचार व्यक्त किया है, कोई मजाक या Meme शेयर किया है, तो इसे वीजा रोकने का आधार बनाया जा सकता है। यहां तक कि रिज्यूमे में थोड़ी सी भी गड़बड़ी या सोशल मीडिया पर अमेरिका के खिलाफ की गई कोई टिप्पणी आपके वीजा को रद्द करवा सकती है।
टेक कंपनियों की नई सलाह
अमेरिका में जिन बड़ी Tech Companies में भारी तादाद में भारतीय काम करते हैं, उनकी चिंता भी बढ़ गई है। ये कंपनियां अब अपने कर्मचारियों को नसीहत दे रही हैं कि वे अपने सोशल मीडिया प्रोफाइल्स को ‘क्लीन’ रखें। अगर किसी ने कोई राजनीतिक मीम शेयर किया है, तो उसे हटा दें या आगे से ऐसा करने से बचें। साथ ही, वीजा आवेदन में केवल अपने Professional Email का ही इस्तेमाल करने की सलाह दी जा रही है।
‘Make America Safe Again’ का तर्क
अमेरिका इस पूरी कवायद को राष्ट्रीय सुरक्षा से जोड़ रहा है। Department of State ने अपनी पोस्ट में “मेक अमेरिका सेफ अगेन” का नारा भी दिया है। विभाग का कहना है कि वीजा पर फैसला लेने में National Security को प्राथमिकता दी जा रही है, इसलिए आवेदकों को अपने प्रोफाइल पब्लिक करने होंगे। हालांकि, इसे भारतीयों को झटका देने और नई टेंशन देने की एक कोशिश के तौर पर भी देखा जा रहा है। अब देखना यह होगा कि भारत सरकार इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाती है।
मुख्य बातें (Key Points)
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15 दिसंबर से H-1B और H-4 वीजा आवेदकों को अपने सोशल मीडिया अकाउंट पब्लिक करने होंगे।
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जनवरी से अब तक अमेरिका ने लगभग 85,000 वीजा रद्द कर दिए हैं।
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अमेरिका में 70% H-1B और 90% H-4 वीजा धारक भारतीय हैं, जिन पर इसका सीधा असर होगा।
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सोशल मीडिया पर राजनीतिक मीम्स या अमेरिका विरोधी पोस्ट वीजा रद्द होने का कारण बन सकते हैं।






