जालंधर (The News Air) जालंधर सिविल अस्पताल में लापरवाही का बड़ा मामला सामने आया है। जज्जा-बच्चा वार्ड के बाहर कुत्ते एक भ्रूण को नोच-नोच कर खा रहे हैं। भ्रूण कहां से आया, किसने फेंका इसका जवाब किसी के पास नहीं है। अस्पताल प्रशासन भ्रूण को इंसानी मास का टुकड़ा कहकर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
पहले सिविल अस्पताल का स्टाफ मुकर गया कि यह वीडियो उनके अस्पताल की नहीं है। जब एक वीडियो में अस्पताल की तस्वीरें सामने आई तो माना की यह यहीं का मामला है। इसके बाद अस्पताल प्रशासन ने आनन-फानन में नगर निगम को पत्र लिखकर कुत्तों को यहां से उठाने की शिकायत दी है।
सिवल अस्पताल में बरगद के पेड़ के नीचे फेंका गया भ्रूूण
ऐसे में तो आदमखोर बन जाएंगे कुत्ते
इंसानी मास खाने वाले कुत्तों के मुंह को इंसान का खून लग गया है। विशेषज्ञों का कहना है जिस जानवर के मुंह को इंसान का खून लग जाता है वह आदमखोर बन जाता है। कुत्ते तो खास कर आदमखोर हो जाते हैं और इंसानों पर हमले शुरू कर देते हैं। हड्डी रोड़ियों में भी वही कुत्ते इंसानों को घेर कर हमला करते हैं जिनके मुंह को इंसान के खून का स्वाद लगा हुआ होता है।
मेडिकल सुपरिंटेंडेंट गीता ने बताया कि कुत्तों को लेकर नगर निगम को पत्र लिखकर भेजा जा रहा है कि अस्पताल के अंदर घूम रहे आवारा कुत्तों को जल्द से जल्द उठाया जाए।