100 साल पुराने मंदिर में बेअदबी, गुस्साई भीड़ ने आरोपी को सिखाया सबक!

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shiv mandir

लुधियाना, 25 दिसंबर (The News Air) -लुधियाना के प्रमुख बस स्टैंड परिसर के प्रवेश द्वार पर स्थित 100 साल पुराने शिव मंदिर में मंगलवार को एक सनसनीखेज घटना घटी। नशे में धुत्त एक प्रवासी युवक ने मंदिर में तोड़फोड़ करते हुए भगवान शिव और गणेश जी की मूर्तियों को खंडित कर दिया। इस कृत्य से गुस्साए श्रद्धालुओं ने मौके पर ही आरोपी की जमकर धुनाई की और फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया।

मंदिर में तोड़फोड़ और मूर्तियों का अपमान : प्रवासी युवक ने मंदिर में स्थापित शिवलिंग, त्रिशूल, और पूजा के अन्य पवित्र सामान को तोड़फोड़ कर नुकसान पहुंचाया। घटना के वक्त मंदिर में मौजूद भक्तों ने देखा कि आरोपी अंधाधुंध तरीके से मंदिर के सामान को नुकसान पहुंचा रहा है। इसके बाद श्रद्धालुओं ने उसे रोकने की कोशिश की और जब वह नहीं रुका तो उसे पकड़कर पीटा।

नशे में धुत्त था आरोपी : घटना के दौरान आरोपी पूरी तरह नशे में था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, वह अपने होश-हवास में नहीं था और उसे यह भी समझ नहीं आ रहा था कि वह क्या कर रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आरोपी ने इससे पहले बस स्टैंड परिसर में एक महिला के साथ भी दुर्व्यवहार किया था।

गुस्साई भीड़ ने सिखाया सबक : घटना के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने आरोपी को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई की और पुलिस के आने तक उसे काबू में रखा। इस बीच, कई लोगों ने घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर साझा किया, जिससे यह मामला तेजी से फैल गया।

पुलिस और स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया : पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है। चौकी इंचार्ज अमरजीत सिंह ने बताया कि आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। आरोपी के पिता से बातचीत में पता चला कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है और घर से भागा हुआ है।

सुरक्षा पर उठे सवाल : घटना के बाद स्थानीय लोगों ने बस स्टैंड परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। उनका कहना है कि इलाके में पुलिस चौकी होने के बावजूद सुरक्षा के कोई पुख्ता इंतजाम नहीं हैं। लोगों ने इस घटना के लिए प्रशासन की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया और मांग की कि मंदिरों और सार्वजनिक स्थानों पर सुरक्षा बढ़ाई जाए।

आरोपी को कड़ी सजा की मांग : स्थानीय श्रद्धालुओं ने मांग की है कि धर्मस्थल की बेअदबी करने के आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उनका कहना है कि यह घटना केवल तोड़फोड़ का मामला नहीं, बल्कि धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का गंभीर अपराध है।

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