कांवड़ रूट की दुकानों के नाम वाले आदेश पर गरमाया विवाद, दिनेश शर्मा ने…

0

 

Kanwar Yatra Route News: इस बार कांवड़ यात्रा शुरू होने से पहले ही यूपी में एक आदेश जारी किया गया है, जिसको लेकर विवाद गरमा गया है। सावन का पावन महीना 22 जुलाई से शुरू हो रहा है, जिसके बाद कांवड़ यात्री हरिद्वार के लिए निकलना शुरू कर देंगे, लेकिन उससे पहले योगी सरकार ने आदेश दिया है कि कांवड़ यात्रा के रास्ते पर सभी दुकानों, ठेलों पर अपना नाम लिखें, जिससे कांवड़ यात्री जान सके कि वह किस दुकान से सामान खरीद रहे हैं। इसको लेकर अब नेताओं के बयान भी सामने आ रहे हैं। बीजेपी राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने भी इस पर कहा है कि दुकान के नीचे लगभग 40-50 प्रतिशत लोग अपने मालिक का नाम लिखते ही हैं, मैं समझता हूं कि ये संविधान की व्यवस्था है।

उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा है कि पूरे प्रदेश में कांवड़ मार्गों पर खाने-पीने की दुकानों पर ‘नेमप्लेट’ लगानी होगी और दुकानों पर संचालक मालिक का नाम और पहचान लिखना होगा। सीएमओ के मुताबिक, कांवड़ यात्रियों की आस्था की शुचिता बनाए रखने के लिए यह फैसला लिया गया है और हलाल सर्टिफिकेशन वाले प्रोडक्ट बेचने वालों पर भी कार्रवाई होगी।

जो जहां से चाहे वहां से सामान खरीद सकता है- दिनेश शर्मा

उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री और बीजेपी राज्यसभा सांसद दिनेश शर्मा ने कहा, ‘निश्चित रूप से यह स्वागत योग्य कदम है और लोगों के बीच आपसी प्रेम और सौहार्द्र बढ़े इस भावना के साथ सरकार ने यह आदेश जारी किया है। इस आदेश में यह नहीं कहा गया है कि किसे कहां से सामान खरीदना है, जो जहां से चाहे वहां से सामान खरीद सकता है।’

हिंदू और मुसलमान मिलकर चलें-  दिनेश शर्मा 

दिनेश शर्मा ने आगे कहा कि ‘दुकान के नीचे लगभग 40-50% लोग अपने मालिक का नाम लिखते हैं, मैं समझता हूं कि जो संविधान की व्यवस्था है उसमें धार्मिक आस्था का सम्मान और सरंक्षण का जो भाव दिया है उसके अंतर्गत यह एक बेहतर कोशिश है। हिंदू और मुसलमान मिलकर चलें, रामलीला में मुसलमान पानी पीलाते हैं तो लोग पीते हैं, ईद में हिंदू लोग उनका स्वागत करते हैं इसमें कोई आपत्ति नहीं है लेकिन जो व्रत, त्योहार, कांवड़ यात्रा के कुछ नियम हैं उनका उल्लंघन न हो, इस नीयत से यह निर्णय एक स्वागत योग्य कदम है।’

0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
guest
0 Comments
Oldest
Newest Most Voted
Inline Feedbacks
View all comments