Diljit Dosanjh Sardar Ji 3 Controversy: पंजाबी सुपरस्टार दिलजीत दोसांझ (Diljit Dosanjh) की आने वाली फिल्म सरदार जी 3 (Sardar Ji 3) को लेकर उठे विवाद के बीच उन्हें अकाल तख्त (Akal Takht) से समर्थन मिला है। फिल्म में पाकिस्तानी अभिनेत्री हानिया आमिर (Hania Aamir) को कास्ट करने को लेकर दिलजीत पर तीखा विरोध हो रहा है। लेकिन अब अकाल तख्त के जत्थेदार ज्ञानी कुलदीप सिंह गर्गज (Giani Kuldeep Singh Gargarh) ने इस विवाद पर स्पष्ट रुख अपनाते हुए कहा है कि वे फिल्म पर किसी भी प्रतिबंध का समर्थन नहीं करते और समाज में नफरत फैलाने से बचना चाहिए।
जत्थेदार गर्गज ने अपने बयान में गुरबाणी का हवाला देते हुए कहा कि प्रकृति किसी भी प्रकार के विभाजन को स्वीकार नहीं करती। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि आसमान (Sky) एक है, हवा (Air) बिना बाधा बहती है, और पक्षी (Birds) बिना किसी सीमा के उड़ते हैं। उन्होंने अपील की कि लोग एक-दूसरे के प्रति सम्मान और समझ बनाए रखें, न कि नफरत का वातावरण बनाएं।
गौरतलब है कि हाल ही में पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान को लेकर जनता के बीच आक्रोश बढ़ा हुआ है। इसी पृष्ठभूमि में दिलजीत द्वारा पाकिस्तानी कलाकार को फिल्म में लेने के फैसले पर सवाल खड़े हो रहे हैं। बावजूद इसके, भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने भी दिलजीत का समर्थन करते हुए उन्हें “नेशनल प्रॉपर्टी” और “भारतीय संस्कृति का वैश्विक राजदूत” करार दिया है।
पंजाब विधानसभा (Punjab Assembly) में नेता विपक्ष प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) ने भी दिलजीत के पक्ष में बयान दिया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी भारत फिल्म कर्मचारी संघ (Western India Film Employees Association) द्वारा दिलजीत की भारतीय नागरिकता रद्द करने की मांग सरासर गलत है। बाजवा ने कहा कि दिलजीत दोसांझ ने अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत का नाम रोशन किया है और वे मेट गाला (Met Gala) जैसे ग्लोबल इवेंट्स में भारतीय संस्कृति को गर्व के साथ प्रदर्शित करते हैं।
बाजवा के अनुसार, एक कलाकार की रचनात्मक स्वतंत्रता पर हमला करना लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि दिलजीत का काम भारत की सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाने वाला है, और इस तरह के बेतुके विरोध सिर्फ समाज में विभाजन को बढ़ावा देते हैं।
इस पूरी स्थिति में जहां एक ओर विरोध की आवाजें हैं, वहीं दिलजीत को अकाल तख्त, बीजेपी और विपक्ष के बड़े नेताओं से समर्थन भी मिल रहा है। इससे यह स्पष्ट होता है कि दिलजीत दोसांझ केवल एक कलाकार नहीं, बल्कि एक ऐसे प्रतिनिधि बनकर उभरे हैं जो भारतीय संस्कृति को वैश्विक मंच पर सम्मान दिला रहे हैं।