MC Interview : भारतीय फार्मा सेक्टर में हो रहे बदलाव आगे भी जारी रहेंगे। इस सेक्टर में प्राइवेट इक्विटी निवेशकों की अहम भूमिका बनी रहेगी। सन फार्मा के ग्रोथ को बढ़ावा देने के लिए स्पेशियलिटी बिजनेस पर फोकस बना रहेगा। मनीकंट्रोल से एक खास बातचीत में ये बातें सन फार्मा के प्रबंध निदेशक दिलीप सांघवी ने कही हैं। बताते चलें की दिलीप सांघवी को मनीकंट्रोल के इंडियन फैमिली बिजनेस अवार्ड्स के दूसरे संस्करण में लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज और फॉर्म सेक्टर की जानी पहचानी हस्ती दिलीप सांघवी ने मनीकंट्रोल के साथ सन फार्मा के अब तक के शानदार कारोबारी सफर और आगे की योजनाओं पर लंबी बातचात की।
बता दें कि सन फार्मा की स्थापना 1983 में 10000 रुपये के साथ की गई थी और अब इसका मार्केट कैप लगभग 272000 करोड़ रुपये है। दिलीप सांघवी सन फार्मा में अगली पीढ़ी की भूमिका के बारे में बात करते हुए कहा कि यह उनके बच्चों आलोक और विधि को ही ये तय करना है कि वे कंपनी के ओनर-मैनेजर होंगे,वर्किंग मैनेजर होंगे या फिर कोई और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे। यहां हम आपके लिए इस साक्षात्कार के संपादित अंश दे रहे हैं।
सवाल : आपके लिए सन फार्मा की कोराबरी यात्रा काफी शानदार रही है। आपने कई दशक पहले 10000 रुपये की पूंजी के साथ इसकी शुरुआत की थी और आज सन फार्मा की मार्केट कैप 272000 करोड़ रुपये है। सन फार्मा की ग्रोथ स्टोरी पर आपकी क्या राय है और यह भारतीय फार्मा उद्योग में एक दिग्गज कंपनी के रूप में क्यों उभरी?
जवाब : हमारी प्रगति हमारे टीम वर्क का नतीजा है। हम बहुत भाग्यशाली हैं कि हमारे पास बहुत अच्छे लोग हैं और वे कंपनी की सफलता के लिए अपना 100 फीसदी से ज्यादा योगदान दे रहे हैं। हम एक टीम के रूप में प्रभावी ढंग से काम करते हैं और एक-दूसरे की मदद करने का प्रयास भी करते हैं। हमें एक-दूसरे की सफलता से खुशी होती। यहा भावना हमें आगे बढ़ाती है।
सवाल : आप उद्योग जगत में कई दूसरे लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत रहे हैं। आपकी राय से सन फार्मा की इस यात्रा में सबसे अहम मोड़ क्या थे जिन्होंने कंपनी की दिशा बदल दी और इसे एक लीडिंग दवा बनाने वाली कंपनी बना दिया?
जवाब : इस पर दिलीप सांघवी ने कहा कि उन्हें लगता है कि कंपनी के कारोबारी सफर का पहला बड़ा मोड़ इसका पब्लिक इश्यू था। पब्लिक इश्यू आने के पहले कंपनी केवल अपने आंतरिक संसाधनों के दम पर आगे बढ़ रही थी। लेकिन पब्लिक इश्यू ने कंपनी को कैश फ्लो का एक नया डोज दिया। इसका उपयोग कंपनी के कारोबार में तेज ग्रोथ लाने में किया गया। इसके बाद कंपनी के ग्रोथ में दूसरा सबसे बड़ा योगदान स्पेशियलिटी बिजनेस में किए गए निवेश का है। उम्मीद है कि कंपनी के भविष्य के ग्रोथ में भी स्पेशियलिटी बिजनेस का अहम योगदान रहेगा।
सवाल : सन फार्मा में अब आपकी अगली पीढ़ी भी अपना योगदान दे रही है। आपके बेटे आलोक को हाल ही में कंपनी में पूर्णकालिक निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया है। अगली पीढ़ी को लेकर आपकी क्या योजना है और आने वाले दिनों में हमें जूनियर सांघवी किस भूमिका में दिख सकते हैं?
जवाब : इसका जवाब देते हुए दिलीप सांघवी ने कहा कि उनके पुत्र (आलोक) और पुत्री (विधि) दोनों ही कंपनी के कारोबार में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं। यह आलोक और विधि को ही ये तय करना है कि वे कंपनी के ओनर-मैनेजर होंगे, वर्किंग मैनेजर होंगे या फिर कोई और व्यावहारिक दृष्टिकोण अपनाएंगे। कंपनी पास एक बहुत अच्छी और पेशेवर प्रबंधन टीम है। ऐसे में इस बात का विश्वास है कि कंपनी अच्छा प्रदर्शन करती रहेगी और ग्रोथ करती रहेगी।






