DIG Harchand Singh Bhullar Corruption Case : भ्रष्टाचार और आय से अधिक संपत्ति के मामले में गिरफ्तार रोपड़ रेंज के निलंबित डीआईजी हरचंद सिंह भुल्लर का परिवार गंभीर आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। परिवार का घर चलाना मुश्किल हो गया है, जिसके चलते अब वकीलों ने सीबीआई कोर्ट का रुख कर उनके बैंक खाते डी-फ्रीज करने की गुहार लगाई है।
सीबीआई द्वारा हरचंद सिंह भुल्लर की गिरफ्तारी के बाद उनके और परिवार से जुड़े सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए थे। अब परिवार ने कोर्ट को बताया है कि घर का पूरा खर्च भुल्लर की सैलरी से ही चलता था।
खाते फ्रीज होने के कारण परिवार को रोजमर्रा के खर्चों के लिए भी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
कोर्ट ने CBI से मांगा जवाब
डीआईजी भुल्लर और उनके वकीलों की तरफ से सीबीआई की विशेष अदालत में एक अर्जी दायर कर इन बैंक खातों को डी-फ्रीज करने की मांग की गई है।
अर्जी में कहा गया है कि परिवार को घर चलाने के लिए पैसों की सख्त जरूरत है। इस अर्जी पर संज्ञान लेते हुए कोर्ट ने सीबीआई के एंटी करप्शन ब्यूरो को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
20 नवंबर को होगी अहम सुनवाई
इस महत्वपूर्ण अर्जी पर सुनवाई 20 नवंबर को तय की गई है। इसी दिन हरचंद सिंह भुल्लर की न्यायिक हिरासत की अवधि भी समाप्त हो रही है और उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए कोर्ट में पेश किया जाएगा।
अब सबकी निगाहें 20 नवंबर की सुनवाई पर टिकी हैं, जहां यह तय होगा कि भुल्लर परिवार को राहत मिलती है या नहीं।
सैलरी अकाउंट हो सकता है बहाल?
कानूनी जानकारों के मुताबिक, यह संभावना है कि कोर्ट परिवार की दलीलों से सहमत होते हुए कम से कम सैलरी अकाउंट को इस्तेमाल करने की इजाजत दे दे।
चूंकि भुल्लर अब निलंबित हैं, तो उन्हें कानून के मुताबिक आधी सैलरी मिल रही होगी। अदालत इस बात पर गौर करेगी कि क्या परिवार के पास वाकई खर्च चलाने के लिए पैसे नहीं हैं।
दूसरी तरफ, यह भी देखना होगा कि सीबीआई इस अर्जी का विरोध किन दलीलों पर करती है।
CBI ने क्यों फ्रीज किए थे खाते?
सीबीआई ने जांच के दौरान भुल्लर के अलग-अलग बैंकों में मौजूद खातों को फ्रीज करवा दिया था, ताकि उनमें किसी भी तरह का लेन-देन न हो सके।
एजेंसी ने पहले कोर्ट में दलील दी थी कि भुल्लर के एक खाते में पिछले दो महीनों में लाखों रुपये क्रेडिट हुए और एक अन्य खाते में करोड़ों रुपये जमा मिले थे।
जानें पूरा मामला: कैसे फंसे DIG भुल्लर
निलंबित डीआईजी हरचंद सिंह भुल्लर को सीबीआई ने 16 तारीख को गिरफ्तार किया था। उन पर पहले भ्रष्टाचार, फिर एक्साइज एक्ट और बाद में आय से अधिक संपत्ति (DA) का केस दर्ज किया गया।
यह एक हाई-प्रोफाइल मामला है, क्योंकि यह पहली बार है जब किसी केंद्रीय एजेंसी ने पंजाब काडर के किसी आईपीएस अफसर को रिश्वत मामले में रंगे हाथों पकड़ा हो, जो बाद में डीए केस में तब्दील हो गया।
जांच के दौरान करोड़ों की नकदी, गहने, गाड़ियां, महंगी घड़ियां और कथित तौर पर 150 किल्ले जमीन, 20 दुकानें और 50 फ्लैट्स के दस्तावेज मिलने का भी जिक्र सामने आया है।
सीबीआई इस मामले में भुल्लर के पारिवारिक सदस्यों और कई बिल्डरों से भी पूछताछ कर चुकी है। एजेंसी को 60 दिनों के भीतर, यानी 12-13 दिसंबर तक, इस केस में चालान पेश करना होगा। भुल्लर की जमानत अर्जी पर भी फैसला चालान पेश होने के बाद ही होने की संभावना है।
मुख्य बातें (Key Points)
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भ्रष्टाचार मामले में गिरफ्तार DIG भुल्लर का परिवार आर्थिक तंगी में, घर खर्च चलाना मुश्किल।
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परिवार ने CBI कोर्ट में अर्जी देकर बैंक खाते डी-फ्रीज करने की मांग की, कहा- सैलरी से चलता था घर।
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CBI ने जांच के दौरान सभी खाते फ्रीज कर दिए थे; एजेंसी ने करोड़ों की जमा राशि का किया था दावा।
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कोर्ट ने CBI से जवाब मांगा है, 20 नवंबर को अर्जी पर सुनवाई होगी।






