Air India Flight Duty Violation को लेकर नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया (Air India) के खिलाफ कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। अहमदाबाद (Ahmedabad) विमान हादसे के बाद DGCA द्वारा देशभर में फ्लाइट संचालन, क्रू ड्यूटी और सुरक्षा मानकों को लेकर सख्ती बरती जा रही है। इसी कड़ी में एयर इंडिया के अकाउंटेबल मैनेजर को शो-कॉज नोटिस (Show Cause Notice) जारी किया गया है।
DGCA द्वारा जारी नोटिस में कहा गया है कि 16 और 17 मई को बेंगलुरु (Bengaluru) से लंदन (London) के लिए संचालित दो उड़ानों में फ्लाइट क्रू की अधिकतम 10 घंटे की ड्यूटी सीमा का उल्लंघन हुआ है। नियमानुसार पायलट और चालक दल को सीमित समय तक ही सेवा देनी होती है, ताकि उनकी क्षमता और सतर्कता बनी रहे। DGCA ने यह नियम सुरक्षा की दृष्टि से बेहद अहम बताया और पूछा है कि नियम तोड़ने के लिए एयर इंडिया के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई क्यों न की जाए।
DGCA ने एयर इंडिया से 7 दिनों के भीतर विस्तृत जवाब मांगा है। साथ ही चेतावनी दी गई है कि अगर जवाब समय पर नहीं दिया गया तो सीधे कार्रवाई की जाएगी। DGCA ने यह भी बताया कि टीम रोस्टरिंग (Team Rostering) में चूक को लेकर एयर इंडिया के तीन अधिकारियों को भी नोटिस भेजा गया है। इनमें एक डिवीजनल वाइस प्रेसिडेंट (Divisional Vice President) भी शामिल हैं। अगर ये अधिकारी दोबारा नियम तोड़ते हैं, तो उन्हें हटाया भी जा सकता है।
20 जून को जारी DGCA के निर्देशों के अनुसार, एयर इंडिया को इन अधिकारियों के खिलाफ आंतरिक अनुशासनात्मक कार्रवाई (Internal Disciplinary Action) शुरू करने को कहा गया है। DGCA ने यह भी स्पष्ट किया कि इन परिचालन चूकों के बावजूद जिन अधिकारियों को जिम्मेदार माना गया, उनके खिलाफ अब तक कोई कठोर कार्रवाई नहीं की गई है, जो बेहद चिंताजनक है।
एयर इंडिया ने DGCA के नोटिस का जवाब देते हुए कहा है कि उसने दिए गए सभी निर्देशों का पालन किया है। एयरलाइन ने बताया कि अब इंटीग्रेटेड ऑपरेशंस कंट्रोल सेंटर (Integrated Operations Control Center – IOCC) की निगरानी सीधे कंपनी के चीफ ऑपरेशन ऑफिसर (Chief Operations Officer) करेंगे। कंपनी ने आश्वस्त किया है कि सभी सुरक्षा मानकों और नियमों का सख्ती से पालन किया जाएगा।
शनिवार को एयर इंडिया ने कहा कि वह सभी सेफ्टी प्रोटोकॉल (Safety Protocols) और स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रैक्टिसेज (Standard Operating Practices) को अक्षरश: लागू करने के लिए प्रतिबद्ध है। DGCA ने एयर इंडिया पर यह भी टिप्पणी की कि उसने खुद स्वैच्छिक रूप से लाइसेंस और आराम नियमों (Rest Requirements) की अनदेखी की बात स्वीकार की है, जो इस बात का संकेत है कि प्रबंधन स्तर पर गंभीर संचालन विफलताएं सामने आ रही हैं।
इस बीच एयर इंडिया के CEO और MD कैंपबेल विल्सन (Campbell Wilson) ने बयान जारी कर कहा है कि न केवल बोइंग 787 (Boeing 787) बल्कि अन्य विमानों की भी नियमित जांच की जा रही है और सभी विमान उड़ान के लिए सुरक्षित हैं।
DGCA की यह कार्रवाई यह संकेत देती है कि अब भारत में विमानन सुरक्षा को लेकर एजेंसियां ज्यादा सजग हो चुकी हैं और किसी भी स्तर की चूक पर सीधे जवाबदेही तय की जा रही है।