नई दिल्ली, 29 अक्टूबर (The News Air): केरल के कासरगोड जिले में एक मंदिर में आतिशबाजी हादसे में 150 से अधिक लोग घायल हो गए। जिनमें से आठ की हालत गंभीर बनी हुई है। पटाखों से भीषण आग लग गई और धुएं का गुबार छा गया। मंदिर परिसर में जमा लोग सुरक्षित बचने के लिए भाग रहे थे। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार यह घटना अंजुत्तम्बलम वीरकावु में थेय्यम उत्सव की शुरुआत के जश्न के दौरान हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि आधी रात के आसपास पटाखों का प्रदर्शन चल रहा था और उनमें से एक पटाखा पास के शेड में गिर गया, जहां और पटाखे रखे हुए थे। दृश्यों में दिखाया गया कि शेड में भीषण आग लगने और धुआं निकलने से भीड़ में मौजूद लोग चौंक गए।
पहले जोरदार धमाका फिर लगी आग
मौके पर मौजूद लोगों का कहना है कि पहले जोरदार धमाका हुआ और उसके बाद आग का गोला नजर आया। जल्द ही, वहां अफरा-तफरी मच गई। वहाँ बहुत भीड़ थी। बहुत से लोग शेड के किनारे खड़े थे और चूँकि वहाँ बहुत सारे लोग थे, इसलिए वे स्वतंत्र रूप से इधर-उधर नहीं जा सकते थे। हमने तुरंत लोगों को पास के अस्पतालों में पहुँचाना शुरू कर दिया।” मंदिर से जुड़े श्रीराग उत्सव में भाग लेने के लिए बेंगलुरु से आए थे। जब उन्होंने विस्फोट सुना, तब वे भीड़ को संभाल रहे थे। आमतौर पर हम उत्सव के दूसरे दिन बड़ी भीड़ की उम्मीद करते हैं।
मंदिर के शेड में थे चीनी पटाखे
सोमवार की रात को भीड़ असामान्य रूप से अधिक थी। शेड में चीनी पटाखे रखे हुए थे। फूलों के पटाखे से निकली चिंगारी शेड में गिर गई होगी, जिससे पटाखे जल गए। कई स्थानीय निवासियों ने मनोरमा को बताया कि गोदाम उस जगह के पास था जहाँ पटाखे फोड़े गए थे। पंचायत प्रतिनिधियों ने सतर्कता की कमी को दोषी ठहराया है। स्थानीय वार्ड सदस्य ई. शजीर ने कहा कि यहां बड़े पैमाने पर पटाखे नहीं फोड़े जाते। यह एक छोटा सा आयोजन है। हालांकि शेड और पटाखे फोड़े जाने वाले स्थान के बीच की दूरी को लेकर अधिक सावधानी बरती जानी चाहिए थी।