F&O मैनुअल: निफ्टी में खरीदारी के बावजूद 18300 का स्तर बना सबसे बड़ी बाधा

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F&O मैनुअल

F&O Manual:अमेरिकी राष्ट्रपति बिडेन की तरफ से डेट-सीलिंग डील होने पर विश्वास व्यक्त करने के बाद भारतीय बाजार में आज शुरुआती कारोबार में निचले स्तर से अच्छी खरीदारी आती दिखी। अच्छे ग्लोबल संकेतों के से भी 18 मई यानी आज के शुरुआती कारोबार में घरेलू बाजारों में तेजी आई। फिलहाल 1:25 बजे को आसपास निफ्टी 21.45 अंक यानी 0.12 फीसदी की हल्की बढ़त के साथ 18,202 के आसपास दिख रहा है। वहीं, निफ्टी बैंक 0.70 अंकों की बढ़त के साथ 44006.10 के स्तर पर दिख रहा है।

विदेशी निवेशक भारतीय बाजारों में लगातार पैसे डाल रहे हैं। इससे भी बाजार के सेंटीमेंट को बूस्ट मिला है। मई में अब तक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने भारतीय इक्विटी मार्केट में शुद्ध रूप से 16000 करोड़ रुपये से अधिक के शेयर खरीदे हैं।

क्या कहते हैं ऑप्शन के आंकड़े

हालांकि, निफ्टी अभी भी 18300 पर भारी मात्रा में शॉर्ट पोजीशन बनते दिख रहे हैं। 18300 का स्तर अब निफ्टी के लिए एक बड़ा रजिस्टेंस बन गया है। ट्रेडर्स 18250 पर स्ट्रैडल पोजीशन लेते हुए भी दिखे हैं। स्ट्रैडल पोजीशन एक तटस्थ रणनीति होती है। जब बाजार ज्यादा नहीं चलता है तो इस रणनीति का फायदा मिलता है।

जानिए एक्सपर्ट्स की राय

मेहता इक्विटीज के सीनियर वीपी (रिसर्च) प्रशांत तापसे का कहना है कि निफ्टी में 18473 के ऊपर जाने पर ही मजबूती आ सकती है। जबकि इसके लिए 18079 के स्तर पर सपोर्ट देखने को मिल सकता है।

एंजेल वन के हेड रिसर्च टेक्निकल एंड डेरिवेटिव्स समीत चव्हाण का कहना है कि निफ्टी के लिए 18000 और 18100 के बीच बड़ा सपोर्ट हो जो हाल की रैली के 50 फीसदी रिट्रेसमेंट और 20 ईएमए के साथ मेल खाता है। उन्होंने कहा कि अगर यह सपोर्ट टूटता है तभी बाजार में और कमजोरी आएगी।

कैनफिन होम्स, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में लॉन्ग बिल्ड-अप

अलग-अलग शेयरों पर नजर डालें तो कैनफिन होम्स, एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक और चोला फाइनेंस जैसे वित्तीय शेयरों में लॉन्ग बिल्ड-अप देखने को मिला है। लॉन्ग बिल्ड-अप तब होता है जब शेयर की कीमत और ओपन इंटरेस्ट एक साथ बढ़ते हैं। ये एक पॉजिटिव संकेत है।

गोदरेज प्रॉपर्टीज में भारी मात्रा में शॉर्ट बिल्ड-अप

दूसरी ओर, गोदरेज प्रॉपर्टीज में भारी मात्रा में शॉर्ट बिल्ड-अप देखने को मिला है। शॉर्ट बिल्ड-अप तब होता है जब ओपन इंटरेस्ट बढ़ता है लेकिन स्टॉक की कीमत में गिरावट आती है। यह शेयरों में गिरावट का संकेत है।

डिस्क्लेमर: The News Air पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सर्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।

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