हरियाणा, 21 मई
रेप के मामले में सजा काट रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम 48 घंटे की पैरोल पर गुरुग्राम पहुंच गए। यहां उनके साथ उनकी मां व कुछ करीबी परिजन ही बताए जाते हैं। चाक-चौबंद सुरक्षा व्यवस्था के बीच वह यहां एक फार्म हाउस में ठहरे हैं।
रोहतक की एक जेल में बंद डेरा प्रमुख को शुक्रवार की सुबह 48 घंटे की पैरोल पर रिहा किया गया था। जेल से निकलने के बाद वह सीधे गुरुग्राम पहुंचे। वह मानेसर-बिलासपुर एरिया के एक फार्म हाउस में हैं। यह फार्म हाउस उसके एक अनुयायी का है। फार्म हाउस में उनके अलावा चुनींदा लोग मौजूद थे। उनकी सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी व दूसरे लोग सिविल ड्रेस में मौजूद थे।
सूत्रों के मुताबिक गुरमीत ने 17 मई को सुनारियां जेल सुपरिंटेंडेंट सुनील सांगवान को पैरोल के लिए आवेदन दिया था। इससे 6 दिन पहले ही उसकी तबीयत बिगड़ने पर उसे PGI रोहतक में भर्ती कराया गया था, लेकिन यहां गुरमीत ने परिवार वालों और हनीप्रीत से मिलने की जिद की थी। PGI के मेडिकल बोर्ड ने उसके स्वास्थ्य की जांच करने के बाद उसे वापस जेल भेज दिया था।
गुरमीत इससे पहले भी कई बार पैरोल के लिए अर्जी लगा चुका था, जो हर बार सुरक्षा कारणों के चलते खारिज हो जाती थी। हालांकि पिछले साल गुरमीत की मां तबीयत बिगड़ने पर मेदांता गुरुग्राम में दाखिल हुई थीं, उस वक्त गुरमीत को एक दिन की पैरोल गुपचुप तरीके से दी गई थी। उसे मां से मिलवाने के लिए मेदांता ले जाया गया था। इस पर हरियाणा सरकार की काफी किरकिरी भी हुई थी।
गुरमीत राम रहीम को दो साध्वियों से दुष्कर्म मामले में 20 साल की सजा मिली हुई है। पत्रकार की हत्या के मामले में वह उम्रकैद की सजा काट रहा है। उसे 25 अगस्त 2017 को पंचकुला की अदालत में पेश किया गया था। CBI की विशेष अदालत ने दोषी करार देते हुए उसको सुनारियां जिला जेल में भेज दिया था। 27 अगस्त 2017 को जेल में ही CBI की अदालत लगाई गई थी। इसी दिन उसकी सजा तय हुई थी और तभी से वह जेल में है।