The News Air- डेरा प्रमुख गुरमीत सिंह की फरलो का तीसरा दिन है। तीसरे दिन करनाल के एक पुलिस अधिकारी गुरु ग्राम नाम चर्चा घर पर पहुंचे। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायज़ा लिया। नाराज़गी के चलते 3 दिनों में डेरा प्रमुख केवल दो बार ही अपने परिवार वालों से मिला।
डेरा प्रमुख नाम चर्चा घर की तीसरी मंज़िल पर है। वह एक बार ही नीचे उतरा। किसी से भी नहीं मिल रहा। डेरा प्रमुख गुमसुम है। उसका परिवार पहली मंज़िल पर है, जबकि दूसरी मंज़िल पर पुलिस तैनात है। डेरा प्रमुख हनी प्रीत से भी ज़्यादा देर नहीं मिला। हनी प्रीत नाम चर्चा घर से जा चुकी है। डेरा प्रमुख के परिवार और हनी प्रीत के बीच भी कोई बातचीत नहीं है। परिवार वहीं पर ही मौजूद है। ग्राउंड फ्लोर पर सेवादार तैनात हैं।
यूपी में पहले फेज में चुनाव 10 फरवरी को
पंजाब चुनावों से पहले यूपी में पहले फेज में चुनाव 10 फरवरी को हैं। ऐसे में डेरे के कुछ पदाधिकारियों ने चुनावों से पहले हरियाणा के सीमावर्ती ज़िलों के नाम चर्चा घरों में भी मीटिंग बुलाई है। यूपी के पश्चिमी यूपी बेल्ट में डेरा अनुयायी हैं। हालांकि इनकी संख्या ज़्यादा नहीं है, लेकिन कांटे की टक्कर में डेरा प्रेमियों का वोट निर्णायक साबित हो सकता है। यूपी के सिकंदराबाद विधानसभा क्षेत्र में गुलावठी नाम चर्चा घर में मीटिंग हुई। इस दौरान मीटिंग में आने वालों के मोबाइल बाहर रखवाए गए। बरौली में भी मीटिंग हुई है। लोनी, मुराद और मुजफ्फरनगर में भी मीटिंग हुई। डेरा प्रमुख को पैराेल मिलने के कारण यूपी में सत्तापक्ष को फ़ायदा मिल सकता है। परंतु डेरा अनुयायी सरकार से नाराज़ भी है।
21 दिन की मिली फरलो
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख साध्वी यौन शोषण मामले समेत पत्रकार छत्रपति हत्याकांड और रणजीत हत्याकांड में सज़ा काट रहा है। 2017 से डेरा प्रमुख जेल में बंद है। हालांकि इस बीच उन्हें एक बार अपनी बीमार मां से मिलने के लिए 12 घंटे की पैरोल मिली थी। इससे पहले उसने तीन बार पैरोल के लिए आवेदन किया था, परंतु सिरसा प्रशासन ने आवेदन रद्द कर दिया था। अबकी बार पांच राज्यों के चुनाव से पहले डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली।