नई दिल्ली (New Delhi), 5 जनवरी (The News Air) दिल्ली-NCR में नए साल की शुरुआत के साथ ही घने कोहरे (Dense Fog) ने पूरे क्षेत्र को अपनी चपेट में ले लिया है। चारों तरफ धुंध, शून्य विजिबिलिटी (Zero Visibility), और हाड़ कंपाने वाली ठंड ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है। दिल्ली, नोएडा (Noida), गाजियाबाद (Ghaziabad), और गुरुग्राम (Gurugram) जैसे इलाकों में हालात बेहद खराब हैं।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने इसे इस मौसम का सबसे लंबा और तीव्र कोहरा बताया है। यह केवल सर्दियों का सामान्य कोहरा नहीं है; इसके पीछे कई जटिल मौसमीय और मानवीय कारण हैं।
दिल्ली-NCR में कोहरा: कारण और प्रभाव
1. तापमान में गिरावट: सर्दियों के दौरान, खासकर सुबह, सतह का तापमान तेजी से गिरता है। ठंडी हवा में मौजूद नमी (Humidity) छोटी पानी की बूंदों में बदल जाती है, जो कोहरे का निर्माण करती है।
2. हवा की कम गति (Low Wind Speed): कोहरे को साफ करने में हवाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। लेकिन शांत या हल्की हवाओं के कारण दिल्ली-NCR में कोहरा लंबे समय तक बना रहा।
3. पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance): हाल ही में पश्चिमी विक्षोभ और पूर्वी हवाओं के मिलन से बारिश और नमी बढ़ी। इससे कोहरे की तीव्रता में इजाफा हुआ।
4. प्रदूषण (Pollution): दिल्ली-NCR का वायु प्रदूषण (Air Pollution) भी कोहरे को और खतरनाक बना रहा है। वाहन उत्सर्जन, निर्माण कार्य और पराली जलाने से निकलने वाले प्रदूषक ठंडी हवा के कारण सतह पर फंस गए, जिससे विजिबिलिटी बेहद कम हो गई।
5. उच्च आर्द्रता (High Humidity): बारिश और बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से आने वाली नमी ने क्षेत्र में आर्द्रता को बढ़ा दिया। नमी और ठंडक के मेल से कोहरा घना और लंबे समय तक बना रहा।
क्या है Indo-Gangetic Plain का कनेक्शन? : Indo-Gangetic Plain (IGP), जिसमें दिल्ली और उत्तर भारत के अन्य भाग आते हैं, कोहरे के लिए सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्र है।
- IGP की स्थलाकृति (Topography) और ठंडी सतह वायु परिसंचरण (Poor Air Circulation) घने कोहरे को बनाए रखने में योगदान करती है।
- यह क्षेत्र पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल के मैदानी इलाकों को कवर करता है।
दिल्ली में लगातार तीसरे दिन कोहरे की मोटी चादर : 3 जनवरी से शुरू हुआ कोहरा 5 जनवरी को भी जारी रहा।
- विजिबिलिटी: पालम (Palam) इलाके में लगातार तीसरी सुबह विजिबिलिटी शून्य (Zero Visibility) पर पहुंच गई।
- परिवहन पर प्रभाव: दर्जनों उड़ानें (Flights) और ट्रेनें (Trains) देरी से चलीं। सड़कों पर वाहन रेंगते नजर आए।
- AQI: वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index) बेहद खराब स्तर पर पहुंच गया।
कोहरा कैसे बनता है? : कोहरा तब बनता है जब जमीन के पास की हवा ठंडी हो जाती है और उसमें मौजूद नमी छोटी पानी की बूंदों में बदलकर हवा को धुंधला बना देती है। यह स्थिति आमतौर पर निम्नलिखित परिस्थितियों में बनती है:
- तापमान में गिरावट।
- हवा की गति में कमी।
- उच्च आर्द्रता।
- स्थलाकृति का प्रभाव।
कैसे बचें कोहरे के दुष्प्रभाव से?
- वाहन चलाते समय सावधानी: धुंध में वाहन चलाते समय लो-बीम हेडलाइट (Low-Beam Headlights) का उपयोग करें।
- पर्याप्त कपड़े पहनें: ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े पहनें।
- स्वास्थ्य पर ध्यान दें: प्रदूषित हवा में सांस लेने से बचने के लिए मास्क का उपयोग करें।
- यात्रा की योजना: कोहरे के समय ट्रैफिक अपडेट चेक करें।
दिल्ली-NCR में छाए इस अभूतपूर्व कोहरे ने सर्दियों की गंभीरता को और बढ़ा दिया है। कोहरे और प्रदूषण के खतरनाक मिश्रण ने विजिबिलिटी, स्वास्थ्य और यातायात को प्रभावित किया है। इसे केवल मौसम का प्रभाव मानकर टालना सही नहीं होगा। यह जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और मानवीय गतिविधियों के सम्मिलित प्रभाव का संकेत है।