मलोट (The News Air) पंजाब के मुक्तसर शहर के सरकारी कॉलेज व ITI सरायेनागा में पंजाब स्टूडेंट्स यूनियन की ओर से NCERT द्वारा सिलेबस में की गई कटौती के विरोध में केंद्र व पंजाब सरकार का पुतला फूंककर प्रदर्शन किया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स ने दोनों सरकारों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
इस मौके जिला कनवीनर सुखप्रीत कौर ने जानकारी देते हुए बताया कि केंद्र सरकार शिक्षा के निजीकरण के रास्ते पर चली हुई है और लगातार शिक्षा पर हमला कर रही है। फिर भले वह नई शिक्षा नीति 2020 हो या फिर अभी से विद्यार्थियों का बोझ हलका करने के नाम पर सिलेबस में की कटौती हो।
इतिहास-राजनीति शास्त्र से हटाए कई चैप्टर
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सिलेबस में इतिहास, राजनीति शास्त्र के विषयों में मुस्लिम सुलतान, मुगल दरबार, जम्हूरियत काके चुनौतियों सहित अन्य चैप्टर हटा दिए गए हैं। स्कूली विद्यार्थियों में सिर्फ वही चेतना या जानकारी भरी जा रही है जो केंद्र सरकार चाहती है, ताकि भाजपा सरकार हिंदू राष्ट्र के अपने संकल्प को पूरा कर सके।
विद्यार्थियों को दिया जा रहा अधूरा ज्ञान
भाजपा सरकार अपने हिंदू, हिंदी, हिन्दुस्तान के एजेंडे को पूरा करने के लिए शिक्षा का भगवाकरण कर रही है। कॉलेज कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष दिलकरण सिंह ने कहा कि सरकार सिर्फ विद्यार्थियों का बोझ हलका करने का दिखावा कर रही है, ताकि विद्यार्थियों को अधूरा ज्ञान देकर शिक्षा को एक हथियार के रूप में उपयोग किया जा सके।
फैसला वापस न लेने पर संघर्ष और तीव्र करने की चेतावनी
नेताओं ने सरकार के इस कदम की निंदा की और इसे विद्यार्थी व समाज विरोधी करार देते हुए केंद्र व पंजाब सरकार की अर्थी फूंकी। साथ ही फैसला वापस न लिए जाने पर संघर्ष और तीव्र करने की चेतावनी दी।