• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy
🔆 शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025 🌙✨
The News Air
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • वेब स्टोरीज
  • स्पेशल स्टोरी
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • राज्य
    • हरियाणा
    • चंडीगढ़
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • उत्तर प्रदेश
    • उत्तराखंड
    • पश्चिम बंगाल
    • बिहार
    • मध्य प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • राजस्थान
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • LIVE
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
    • हेल्थ
    • धर्म
    • वेब स्टोरीज
  • स्पेशल स्टोरी
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home NEWS-TICKER

Delhi’s ‘Cloud Seeding’ FAIL: 1 करोड़ स्वाहा, बारिश 0…

IIT कानपुर का प्रयोग लगातार तीसरी बार नाकाम, कम नमी ने बिगाड़ा खेल, एक्सपर्ट्स ने बताया 'करोड़ों का तमाशा'

The News Air by The News Air
गुरूवार, 30 अक्टूबर 2025
A A
0
Delhi's 'Cloud Seeding' FAIL
134
SHARES
895
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Delhi Pollution Control : दिल्ली की जहरीली हवा को साफ करने के लिए ‘शॉर्टकट’ के तौर पर आजमाया गया ‘क्लाउड सीडिंग’ (कृत्रिम बारिश) का प्रयोग लगातार तीसरी बार फेल हो गया है। IIT कानपुर के साथ मिलकर किए गए इन तीन प्रयोगों पर 1.07 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं, लेकिन नतीजा ‘जीरो’ रहा है।

अब इस महंगे प्रयोग की वैज्ञानिक समझ और करोड़ों के खर्च पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह सिर्फ एक ‘महंगा जुआ’ था?

1 करोड़ खर्च, नतीजा सिफर दिल्ली सरकार ने सर्दियों के लिए पांच ट्रायल का कुल बजट 3.21 करोड़ रुपये रखा था। एक औसत ट्रायल का खर्च 35 लाख रुपये से अधिक है। 28 अक्टूबर को हुए एक ट्रायल की लागत ही 60 लाख रुपये आई। अब तक हुए तीन असफल प्रयासों पर 1.07 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च हो चुके हैं, और दिल्ली को प्रदूषण से कोई राहत नहीं मिली है।

यह प्रयोग इतना महंगा क्यों है? IIT कानपुर के मुताबिक, इस प्रयोग में विमान का रखरखाव, पायलट की फीस और विमान का कानपुर से दिल्ली तक 400 किमी का सफर शामिल है। विमान में फ्लेयर रैक, सिल्वर आयोडाइड मिक्सचर, सेंसर और रडार सिस्टम जैसे खास तकनीकी बदलावों पर भी 5 करोड़ रुपये से अधिक का खर्च आता है।

क्यों फेल हुआ वैज्ञानिक ‘जुगाड़’? यह प्रयोग वैज्ञानिक आधार पर ही कमजोर था। IIT कानपुर के अनुसार, मंगलवार को जब ट्रायल किया गया, तब बादलों में नमी (Humidity) सिर्फ 10-15% थी। कृत्रिम बारिश के लिए कम से कम 50-60% नमी की जरूरत होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में सर्दियों का मौसम वैसे भी बहुत सूखा होता है, जिससे इस मौसम में क्लाउड सीडिंग की सफलता लगभग नामुमकिन है।

यह भी पढे़ं 👇

Sangli Urban Bank Recruitment

Sangli Urban Bank Recruitment: मैनेजर और ऑफिसर बनने का सुनहरा मौका, अंतिम तिथि नजदीक

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
SSC GD Constable 2026

SSC GD Constable 2026: 10वीं पास के लिए 25,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियां, आवेदन शुरू

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
KVS NVS Recruitment 2025

KVS NVS Recruitment 2025: 15 हजार पदों पर बंपर भर्ती, आवेदन की तारीख बढ़ी

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Nitin Gadkari Ethanol Car

Nitin Gadkari Ethanol Car: 120 रुपये का पेट्रोल अब 65 रुपये में, गडकरी की नई कार ने मचाया तहलका

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025

यह पहली बार नहीं है कि भारत में कृत्रिम बारिश की कोशिश हुई। दिल्ली में 1957 और 1972 में ‘सूखे’ से राहत के लिए इसे आजमाया गया था। हालांकि, ‘प्रदूषण’ कम करने के लिए यह पहला प्रयोग था। आंध्र प्रदेश ने भी 2004 से 2009 के बीच सूखे के लिए इस पर 119 करोड़ रुपये खर्च किए थे, लेकिन नतीजे संतोषजनक नहीं रहे।


एक्सपर्ट्स ने बताया ‘महंगा तमाशा’ कई पर्यावरण विशेषज्ञों ने सरकार की इस कोशिश को ‘शॉर्टकट’ बताते हुए आलोचना की है। पर्यावरणविद् विमलेंदु झा ने इसे “महंगा तमाशा” करार दिया। विशेषज्ञों का कहना है कि दिल्ली में प्रदूषण की असली वजह पराली, धूल, ट्रैफिक और औद्योगिक धुआं है। इन असली समाधानों पर काम करने की बजाय ऐसे महंगे प्रयोगों पर पैसा खर्च करना समझदारी नहीं है, जिनका असर सिर्फ एक-दो दिन रहता है।


खबर की मुख्य बातें (Key Points)
  • IIT कानपुर के साथ दिल्ली सरकार का ‘क्लाउड सीडिंग’ प्रयोग लगातार तीन बार फेल हो गया है।
  • तीन असफल ट्रायल पर अब तक 1.07 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं, लेकिन एक बूंद बारिश नहीं हुई।
  • प्रयोग की विफलता का मुख्य कारण बादलों में नमी की भारी कमी (सिर्फ 10-15%) थी, जबकि 50-60% की जरूरत होती है।
  • पर्यावरण विशेषज्ञों ने इसे ‘महंगा तमाशा’ और ‘शॉर्टकट’ बताते हुए असली समाधान (जैसे पराली, धूल) पर काम करने की सलाह दी है।
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

Related Posts

Sangli Urban Bank Recruitment

Sangli Urban Bank Recruitment: मैनेजर और ऑफिसर बनने का सुनहरा मौका, अंतिम तिथि नजदीक

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
SSC GD Constable 2026

SSC GD Constable 2026: 10वीं पास के लिए 25,000 से ज्यादा सरकारी नौकरियां, आवेदन शुरू

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
KVS NVS Recruitment 2025

KVS NVS Recruitment 2025: 15 हजार पदों पर बंपर भर्ती, आवेदन की तारीख बढ़ी

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
Nitin Gadkari Ethanol Car

Nitin Gadkari Ethanol Car: 120 रुपये का पेट्रोल अब 65 रुपये में, गडकरी की नई कार ने मचाया तहलका

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
IndiGo Flight Cancellation

IndiGo Flight Cancellation: 3 महीने तक रहेगी भारी मुसीबत, 400 उड़ानें रद्द, यात्री बेहाल!

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
'Bharat Taxi' App

‘Bharat Taxi’ App: अब कैब ड्राइवरों से कोई कमीशन नहीं लेंगी कंपनियां, अमित शाह का बड़ा ऐलान

शुक्रवार, 5 दिसम्बर 2025
0 0 votes
Rating
Subscribe
Notify of
0 Comments
Inline Feedbacks
View all comments
The News Air

© 2025 THE NEWS AIR

The News Air

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact
  • Disclaimer & DMCA Policy

हमें फॉलो करें

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • नौकरी
    • बिज़नेस
    • टेक्नोलॉजी
    • मनोरंजन
    • खेल
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
    • धर्म
    • स्पेशल स्टोरी
  • राज्य
    • चंडीगढ़
    • हरियाणा
    • हिमाचल प्रदेश
    • नई दिल्ली
    • महाराष्ट्र
    • पश्चिम बंगाल
    • उत्तर प्रदेश
    • बिहार
    • उत्तराखंड
    • मध्य प्रदेश
    • राजस्थान
  • वेब स्टोरीज

© 2025 THE NEWS AIR